स्वच्छता अभियान की उडी धज्जियां
City24news@सचिन भारद्वाज
होडल | एक ओर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान चलाकर आमजन को स्वच्छ वातावरण देने का काम किया जा रहा है, जिसके लिए समय समय पर सफाई अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया जाता है, लेकिन गांव भुलवाना में विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। यहां कई महीनों से सफाई कर्मचारी पहुंचे ही नहीं हैं। नालियां गदंगी और कीचड से अटी हुई हैं, जिसके कारण नालियों का गंदा पानी ओवर फिलो होकर रास्तों में भरा रहता है। घरों के सामने रास्तों में भरे गंदे पानी और कीचड के कारण लोगों को नारकीय जीवन जीने को विवश होना पड रहा है। बिडम्बना यह है कि जिस जगह पर उक्त पानी भरा हुआ है, उसकी थोडी दूरी पर ही राजकीय विद्यालय स्थापित है। जिसमें हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं शिाक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं, लेकिन उक्त छात्र भी इसी गंदगी के रास्ते से ही निकलने को मजबूर हैं। गांव भुलवाना में पिछले काफी समय से सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। राधा मोहन मंदिर के निकट नालियों गंदगी,कीचड और पोलीथिन आदि से अटी पडी हैं। नालियों की काफी समय से सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी अब रास्तें में बहता रहता है। जिसके कारण महिला,बुजुर्गों और स्कूली छात्रों को भी इसी गंदे पानी से निकीले को मजबूर होना पड रहा है। यहां रास्तों में भरा गंदा पानी और कीचड सरकार के स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहा है। ग्रामीण इसी गंदे पानी से निकलने को विवश हैं। बार बार शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का कोई समधान नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं उक्त रास्ते में ही पेयजल आपूर्ति के लिए जन स्वास्थ विभाग द्वारा वाल लगाया हुआ है, जहां से विभागीय कर्मचारी समय समय पर वाल खोलकर पूयजल आपूर्ति करते हैं, लेकिन उक्त वाल के गढढे में भी नालियों का गंदा और बदवूदार पानी भर जाता है,जो बाद में नलों के माध्यम से घरों तक पहुंच रहा है। गंदा व बदवूदार पानी पीने के कारण लोगों के स्वास्थ पर भी विपरीत असर पड रहा है। विभागीय अधिकारी हैं कि इस मामले में सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वह अब इस मामले की शिकायत एसडीएम होडल से करेंगे।
क्या कहते हैं लोग:
गांव में काफी समय से सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। राधामोहन मंदिर के निकट नालियां गंदगी से अटी पडी हैं। काफी समय से नालियेां की सफाई नहीं हुई है। जिसके कारण गंदा पानी रास्तों में बहता रहता है। गंदे पानी के कारण घरों से निकलना दूभर हो गया है। छोटे छोटे बच्चे भी इसी गंदे पानी से निकलकर विद्यालय जाने को मजबूर हैं। पेयजल आपूर्ति का वाल भी गंदे पानी से लवालव हो जाता है। जिसके कारण ग्रामीण गंदा पानी पीने को विवश हैं। बार बार शिकायत करने के बाद भी समस्या ज्यों कि त्येां बनी हुई है।
ओमप्रकाश
रास्तों में नालियों का गंदा पानी भरा रहता है, जिसके कारण छोटे बच्चे और बुजुर्ग महिला पुरुष इसी गंदे पानी से निकलने को मजबूर हैं। शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। अब इस मामले को लेकर जल्द ही एसडीएम से मिलेंगे और समस्या का समाधान कराने की मांग करेंगे।
मोहित
गांव में काफी समय से सफाई व्यवस्था ठपप पडी हुई है। नालियों की कई कई महीनों तक सफाई नहीं होती है। जिसके कारण गंदा पानी रास्तें में भरा रहता है। रास्ते में गंदा पानी भरने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पडता है। स्कूली छात्र भी इसी गंदे पानी से निकलने को मजबूर हैं। कई बार स्कूली छात्र दुघर्टना का शिकार हो जाते हैं।
देवदत्त
नालियेां की सफई नहीं होती है। गंदा पानी ओवर फलो होकर रास्तों में बहता रहता है। वाटर सप्लाई के वाल के लिए बनाया गया गढढा भी गंदे पानी से लवालव हो जाता है। जिसके कारण गंदा पानी उक्त वाल से माध्यम से घरों तक पहुंचता है। लोगों में गंभीर बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन को इस मामले में गंभीरता बरतनी चाहिए।
मोहन श्याम
काफी समय से नालियों की सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी अब रास्तों में भरने लगा है। जहां से निकलते समय छोटे बच्चे और बुजुर्गों को परेशानियों का सामना करना पडता है। गंदे पानी के कारण घरों में मक्खी मच्छरों का प्रकोप बना रहता है। शिकायत के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। प्रशासन को इस मामले में शीघ्र ही संज्ञान लेना चाहिए।