हंगामेदार रही नगर परिषद की बैठक: पार्षदों ने बजट बैठक का किया बहिष्कार

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  • पूल बाजार के पुल को तोड़कर दोबारा बनाया जाएगा
  • हाउस की बैठक में नप अधिकारियों पर भड़के पार्षद, कहा शहर की दुर्दशा के लिए अधिकारी जिम्मेदार
  • बैठक हुई विचित्र स्थिति,  ईओ और एक्सइन में ही नहीं दिखा सामंजस्य एक दूसरे की बात को काटते नजर आए

सिटी 24 न्यूज/ अशोक कौशिक 
नारनौल। कई महीनो बाद बुधवार को नारनौल नगर परिषद में बुलाई गई हाउस की बैठक में  अधिकांश पार्षद नप अधिकारियों पर जमकर भड़के। पार्षदों ने खड़े होकर कहा कि आज शहर की जो दुर्दशा है उसके लिए सीधे तौर पर नगर परिषद के अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदार है। पार्षदों ने शहर की सफाई व्यवस्था व अन्य विकास कार्यों पर अधिकारियों से जवाब तलबी की। 

इस दौरान नगर परिषद के एक्सईएन सुंदर सिंह  अपने मातहत कर्मचारियों का बचाव करते नजर आए, वही  अभी हाल में ही बदल कर आए ईओ दीपक गोयल नगर पार्षदों के पक्ष में नजर आए। बैठक में स्थिति उसे समय विचित्र बन गई जब नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी और ईओ एक दूसरे की बात को काटते नजर आए और उनमें कोई सामंजस्य नजर नहीं आया। नगर पार्षद संदीप भाखर ने सेनेटरी इंस्पेक्टर का काम देख रहे को मीटिंग में बुलवाकर अधिकारियों के सामने ही जमकर लताड़ने लगे और कहा कि मुख्य मार्ग पर गंदगी फैलाने वाले लोगों का चालान काटने के लिए वह संबंधित जेई को बार-बार कह चुके हैं लेकिन उनकी बात पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। 

पार्षद संदीप भाखर ने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था का भट्ठा नगर परिषद के अधिकारियों की वजह से ही बैठा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ नगर पार्षद देवेंद्र कुमार ने नगर परिषद के सफाई कर्मचारी व दरोगा की मॉनिटरिंग देखने वाले कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाए। देवेंद्र कुमार ने कहा सफाई कर्मचारी की हाजिरी लगाने वाला कर्मचारी सफाई दरोगा से मिलीभगत कर कर उनसे कमीशन खाता है सफाई कर्मचारी की हाजिरी के दो रजिस्टर लगाए हुए हैं जिनमे भारी गड़बड़ है। आरोप लगाया गया कि कई बार कर्मचारी महीना तक शहर से बाहर रहते हैं और उनकी हाजिरी रजिस्टर में लगी रहती है। पार्षदों को सफाई कर्मचारी की संबंधित वार्ड के सफाई कर्मचारियों की हाजिरी तक नहीं दिखाई जाती है। 

नगर पार्षद योगेश त्यागी व संजय सैनी पार्षद ने हाउस में ही संबंधित कर्मचारी पर आरोप लगाए कि जो सफाई कर्मचारी कावड़ लेने गया था और कई कर्मचारी महीने भर तक सफाई करने नहीं आते हैं। इसके बावजूद भी उनकी यहां हाजिरी लगाई जाती है।

नगर पार्षद कपिल यादव ने कहा कि 31 जनवरी को डोर टू डोर टेंडर का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। इस एक साल में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी ने अधिकांश नियम व शर्तों की पालना नहीं की है। इसके बावजूद भी ना तो टेंडर को कैंसिल किया गया है और ना ही अगले टेंडर की कोई व्यवस्था की गई है। इस पर नगर परिषद के एक्सईएन सुंदर सिंह ने जवाब दिया कि डीएमसी ने टेंडर को दो महीने एक्सटेंड करवाने के लिए हेड ऑफिस केस भेजा हुआ है। इस पर पार्षद ने सवाल उठाया कि जो फर्म नियम व शर्तों को ही पूरा नहीं कर रही है, उसका टेंडर एक्सटेंड करने का क्या औचित्य है, यह समझ से परे है। जबकि नियम अनुसार तो इस फर्म पर अब तक जुर्माना लगाना चाहिए था। 

नगर पार्षद मोहन भारद्वाज ने चितवन वाटिका व छलक नाले के निर्माण की बात उठाई। इस पर अधिकारियों का कहना है कि चितवन वाटिका को जल्द ही पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। वही छलक नाले का निर्माण कार्य भी जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसके लिए बजट बढ़ाने का प्रावधान है। जैसे ही बढ़े हुए बजट को मंजूरी मिलेगी इसका कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 

अधिकारियों ने बताया कि शहर का पुल बाजार में बना पुर काफी पुराना और जर्जर हो गया है। यह गंदे नाले के ऊपर ही बना हुआ है। इसलिए इसके ऊपर बनी दुकानों को तोड़ने का भी प्रावधान है।

नगर पार्षद मोहनलाल शर्मा ने कहा कि पुल बाजार पर व अन्य स्थानों पर अनेक दुकानें तहबाजारी पर दी हुई है। कई सालों से दुकानों की तहबाजारी की पर्ची नहीं काटी जा रही है लेकिन नारनौल के मुख्य डाकघर के सामने लीज पर दी गई, एक जमीन की है तहबाजारी की पर्ची काट दी गई है। नगर परिषद के अधिकारी इस बात का जवाब दें कि वह किस नियम और कानून के तहत काटी गई है। 

इस पर नगर परिषद के उपप्रधान संजीव यादव ने कहा कि मुख्य डाकघर के सामने वाली दुकानों वाला मुद्दा पिछली में बैठक में भी उठाया गया था लेकिन उस समय अधिकारियों ने यह कहा था कि अगली बैठक में इन चार दुकानों की पर्ची काटने का जवाब प्रमाण सहित दिया जाएगा लेकिन आज भी इसका जवाब नहीं दिया जा रहा है। 

बाद में इस बारे में नगर परिषद के जेई विकास शर्मा ने बताया कि लीजधारी को इस बारे में नोटिस दिया गया है,जिस पर उसने एक जवाब दिया हुआ है, लेकिन नगर परिषद के रिकॉर्ड में संबंधित लीज के नक्शे का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। इस पर नगर परिषद के अधिकारियों से मुद्दा उठाने वाले पार्षदों ने इन दुकानों को ढहाने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।

अब बजट की बैठक एफसीसी की बैठक की बाद की जाएगी:ईओ

आज बुलाई गई बैठक के लिए समय 11 बजे का निर्धारण किया गया था लेकिन 12 बजे तक बैठक का कोरम पूरा हुआ। प्रधान सहित कल 23 पार्षद बैठक में पहुंचे। उसके बाद बैठक शुरू हुई। साधारण बैठक के बाद बजट की बैठक भी होनी थी। लेकिन बैठक की शुरुआत में ही नगर पार्षद सुशीला सैनी ने कहा कि बजट की बैठक से पहले आम बैठक पर चर्चा की जाए। उसके बाद बैठक में उपरोक्त मुद्दे उठाए गए। पहले से ही लेट शुरु हुई बैठक में काफी समय बीत गया और पार्षद एक एक निकलने लगे।   पार्षदो की संख्या कम हो गई जिसकी वजह से आम बजट की बैठक पर चर्चा नहीं हुई। इस बारे में नगर परिषद के ईओ दीपक गोयल ने बताया कि अब बजट की बैठक एफसीसी की बैठक के बाद करवाई जाएगी।

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