मरिया मंजिल विद्यालय नूंह के प्रांगण में धूमधाम मनाया क्रिसमस पर्व पर 

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City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । मरिया मंजिल विद्यालय मैं पिछले बीते हफ्ते क्रिसमस त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। जिसमें बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत किए गए। मारिया मंजिल स्कूल की शुरुआत 2002 में एक छोटे से हाल में 40 बच्चों के साथ प्रारंभ किया गया, तत्पश्चात 2005 में विद्यालय भवन का उद्घाटन हुआ तब से इस विद्यालय ने दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति करते हुए, ऐसा मुकाम हासिल कर लिया कि पूरे मेवात क्षेत्र में मरिया मंजिल विद्यालय शिक्षा गुणवत्ता वाला दूसरा विद्यालय नहीं है। इस विद्यालय का एक ही उद्देश्य है कि विद्यार्थियों का चरित्र निर्माण करते हुए सर्वांगीण विकास करना व शिक्षा के क्षेत्र में उच्च कीर्तिमान स्थापित करना। 23 दिसंबर 2024 को विद्यालय के प्रांगण में क्रिसमस के शुभ अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी परमजीत सिंह चहल व कोऑर्डिनेटर एफ.एल.एन.कुसुम मलिक उपस्थित रहे। तथा विद्यालय प्रबंधन की ओर से फादर अल्फोंस शाह चांसलर आफ दिल्ली आर्च डायसिस, विद्यालय के मुख्य प्रबंधक फादर इरूदय कुमार, प्रधानाचार्य सिस्टर हेलन व मुख्य अध्यापक फादर जोस स्टीफन भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व प्रार्थना नृत्य से की गई। बच्चों ने हरियाणवी नृत्य, पंजाबी नृत्य, गोवा नृत्य व गुजराती नृत्य आदि कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये और अपनी योग्यता व कला का परिचय दिया। बच्चों ने ईसाई धर्म के प्रवर्तक प्रभु ईसा मसीह के जन्म की झलक एक लघु नाटिका द्वारा प्रस्तुत की और क्रिसमस के महत्व को प्रदर्शित किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या ने अपने संदेश में बताया कि क्रिसमस प्रेम, प्रसन्नता और शांति का त्यौहार है। उन्होंने कहा कि चाहे हम कितनी भी कठिनाइयों का सामना करें उम्मीद की किरण हमेशा मौजूद रहती है। अतः आइए, इस क्रिसमस पर हम सब मिलकर इस विश्व को रहने के लिए बेहतर जगह बनाएं। इस मौके पर मुख्य अतिथि परमजीत सिंह चहल ने क्रिसमस की बधाई देते हुए बच्चों के कार्यक्रम को खूब सराहा और विद्यालय के सुखद भविष्य की कामना की। वहीं कुसुम मलिक ने निजी विद्यालय और मिशनरी विद्यालय में अंतर बताते हुए कहा कि निजी विद्यालय संपूर्ण नहीं होते जबकि मिशनरी विद्यालय संपूर्ण होते हैं। निजी विद्यालयों में शिक्षकों की योग्यता के मामले में ज्यादा लचीलापन होता है, वही मिशनरी विद्यालय में हायर सेकेंडरी एजुकेशन और मिशनरी एजुकेशन को सरकार द्वारा सुनिश्चित मापदंडों के अनुसार पढ़ाया जाता है। कुसुम मलिक ने भी कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए विद्यालय की उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर फादर इरूदय कुमार ने मुख्य अतिथि का आभार प्रकट करते हुए क्रिसमस की बधाइयां दी और सबके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम में विद्यालय के सभी विद्यार्थियों के अभिभावकगण व समस्त शिक्षकगण तथा विद्यालय परिवार के समस्त सदस्यगण उपस्थित रहे।

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