मुख्यमंत्री ने “बाबा-ए-कौम चौधरी मोo यासीन खान” पुस्तक का किया विमोचन
City24news@अनिल मोहनियां
नूंह | शनिवार को प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने मेवात दौरे पर गाँधीग्राम घासेड़ा में यासीन मेव डिग्री काॅलेज के प्रिंसीपल डाॅo एजाज अहमद द्वारा लिखित तथा मेवात एजूकेशन बोर्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तक “बाबा-ए-कौम चौधरी मोo यासीन खान” नामक पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक की मेवात एजूकेशन बोर्ड व ऑल इंडिया मेवाती पंचायत के अध्यक्ष चौo ज़ाकिर हुसैन व डाॅo ऐजाज अहमद ने मुख्यमंत्री को इसकी एक प्रति भेंट की।
इस पुस्तक में बताया गया है कि मेवात के मसीहा चौधरी मौo यासीन खान ने मेवातियों के मुश्किल समय में जैसे:- 1932 का अलवर आंदोलन हो या 1947 के सांप्रदायिक दंगे हों या फिर मेव कौम को 1947 में पाकिस्तान जाने से रोकने का मामला हो। हर समय अपनी जान की बाजी लगाकर मेवों को पाकिस्तान जाने से रोका तथा उन्हें हर तरह की सुविधाएँ सरकार से प्रदान कराने का भरोसा दिलाया।
चौधरी मौहम्मद यासीन खान 19 दिसंबर 1947 को महात्मा गाँधी व उनके अन्य साथियों को लेकर मेवात के ऐतिहासिक गाँव घासेड़ा में आए और उन्होंने पूरी मेव कौम को पाकिस्तान रोकने का सफल प्रयास किया। हालांकि इसके लिए उनके तथा उनके परिवार को अंग्रेजों द्वारा बहुत सारी यातनाएं दी गईं, मगर चौधरी यासीन खान अपने मकसद से पीछे नहीं हटे। आजादी के बाद भी चौधरी मौo यासीन खान पूरी मेवात की 36 बिरादरी को उनके विकास तथा तरक्की के लिए प्रयास करते रहे तथा आगे बढने के लिए दिशा-निर्देश देते रहे। आज मेव कौम तरक्की की जिस ऊंचाईयों को छू रही है, उसमें बिलाशक़ चौधरी मौo यासीन खान का बहुत बड़ा योगदान है।