सुरक्षा, सतर्कता और सुविधा के तीन प्रमुख स्तंभों के आधार पर आयोजित होगी सीईटी 2025 परीक्षा

समाचार गेट/ओम यादव
फरीदाबाद। हरियाणा में युवाओं को पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से सरकारी सेवाओं में अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) 2025 परीक्षा को लेकर जिला फरीदाबाद में प्रशासन, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। यह परीक्षा तीन प्रमुख स्तंभों — सुरक्षा, सतर्कता और सुविधा — के आधार पर आयोजित की जाएगी, ताकि न केवल अभ्यर्थियों को सुगमता मिले, बल्कि परीक्षा की प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष एवं सुरक्षित रहे। इस संबंध में आज वीरवार को फरीदाबाद के सेक्टर 17 स्थित मॉडर्न स्कूल ऑडिटोरियम में सभी सेंटर अधीक्षकों, सेंटर सुपरवाइजरों, ड्यूटी मजिस्ट्रेटों, फ्लाइंग स्क्वाड अफसरों एवं सेंटर कोऑर्डिनेटरों के साथ एक ट्रेनिंग एवं संदेह निवारण सत्र का आयोजन किया गया।
सत्र में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य भूपेंद्र चौहान ने बताया कि परीक्षा की निष्पक्षता और गोपनीयता को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए आयोग द्वारा इस वर्ष पहली बार “वन टाइम लॉक (One Time Lock – OTL)” प्रणाली को लागू किया जा रहा है। यह एक तकनीकी समाधान है, जिसके माध्यम से प्रश्नपत्रों और उत्तर पत्रिकाओं को परीक्षा के समापन तक सुरक्षित रखा जाएगा, जिससे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या पेपर लीक जैसी घटनाओं की संभावना पूर्णतः समाप्त हो सकेगी। यह प्रणाली आयोग की ओर से निष्पक्ष परीक्षा व्यवस्था की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में देखी जा रही है।
इसी कड़ी में फरीदाबाद पुलिस आयुक्त सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर अमल करते हुए परीक्षा केंद्रों पर फूलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा और पूरे जिले में निगरानी के लिए फ्लाइंग स्क्वाड तथा गुप्तचर एजेंसियों को भी सक्रिय किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को और सशक्त बनाने हेतु सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, मेटल डिटेक्टर, जैमर व अन्य तकनीकी उपकरणों की सहायता भी ली जाएगी ताकि कोई भी अनुचित गतिविधि न हो सके।
जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि यह परीक्षा “जीरो एरर” की निति को ध्यान में रखकर आयोजित की जाएगी। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँगी, जिनमें पेयजल, स्वच्छता, चिकित्सा सहायता, बैठने की समुचित व्यवस्था शामिल हैं। इसके अतिरिक्त ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने, पार्किंग सुविधा उपलब्ध कराने और अभ्यर्थियों को समय पर केंद्र तक पहुँचाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा एक समन्वित योजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा पिक एंड ड्रॉप, निशुल्क बस सर्विस जैसी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। इसी के साथ ही अभ्यर्थियों के ठहराव के लिए प्रशासन द्वारा 18 धर्मशालाएं अरक्षित की गयी हैं। अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडें और समस्या की घड़ी में तुरंत सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा एक 24×7 हेल्पलाइन नंबर 0129-2290010 भी जारी किया गया है जोकि आज से सक्रीय हो जाएगा।
डीसी ने कहा कि पीडबल्युडी (विशेष रूप से सक्षम) अभ्यर्थियों के लिए सिर्फ उन्हीं परीक्षा केन्द्रों को चिन्हित किया गया है जिनमें रैंप की सुविधा होगी जिससे कि विशेष रूप से सक्षम अभ्यर्थियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान परीक्षा केन्द्रों के 500 मीटर के दायरे में धारा 163 लागू रहेगी। साथ ही परीक्षा केन्द्रों की 500 मीटर की परिधि में सभी फोटोकॉपी की दुकाने, वाईफाई इन्टरनेट हॉटस्पॉट, परिवहन से सम्बंधित यातायात भी बंद रहेगा।
प्रशासन की ओर से परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे समय से पूर्व अपने परीक्षा केंद्र पर पहुँचे और साथ में पहचान पत्र तथा एडमिट कार्ड अवश्य लाएँ। परीक्षा के दौरान अनुशासन और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।