कनीना मंडी में हुई बाजरे की बंपर आवक
-23 सितंबर से 15 नवंबर तक 13353 किसानों ने 420630 क्विंटल बाजरा बेचा
-सरकारी खरीद न होने से प्राइवेट एजेंटों के माध्यम से हुई खरीद
City24News/सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना की नयी अनाज मंडी चेलावास में 53 दिन तक बाजरे की बंपर आवक हुई। 15 नवंबर को बाजरे की खरीद बंद हो गई है। इस बारे में मार्केट कमेटी के सचिव अजीत सिंह ने बताया कि बीती 23 सितंबर से शुरू हुई बाजरे की खरीद 15 नवंबर तक चली। 53 दिन की इस अवधि के दौरान किसानों ने 13353 गेटपास के माध्यम से 420630 क्विंटल बाजरा बेचा। उन्होंने बताया कि प्राइवेट एजेंटों द्वारा खरीदे गए बाजरे का उठान लगभग कर दिया गया है। करीब 30 हजार क्विंटल बाजरे का उठान कार्य शेष है। उन्होंने कहा कि खरीद के दौरान मंडी में आने वाले किसानों के लिए गेट पास सहित पेयजल व बिजली की समुचित व्यवस्था की गई थी।
मार्केट कमेटी के नव नियुक्त चेयरमैन जेपी यादव कोटिया तथा वाइस चेयरमैन दीपक गुप्ता ने बताया कि सरकारी न होने की वजह से मंडी में करीब 15 एक्टिव प्राइवेट खरीद एजेंटों की ओर से 1850 से 1950 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद की गई। हालांकि बाजरा खरीद के लिए प्रारंभिक रूप से नियुक्त की गई एजेंसी हैफेड की ओर से बाजरे के सैंपल रेवाड़ी लैब में भेजे गए लेकिन गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरने से सरकारी खरीद नहीं की जा सकी। सरकार की घोषणा अनुसार किसानों को 575 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भावांतर दिया जाएगा। दूसरी ओर किसानों द्वारा खेत खाली कर सरसों की बिजाई कर दी गई है, जो शत-प्रतिशत पूरा हो गई है। जबकि गेहूं की बिजाई तेजी से की जा रही है। कृषि विभाग के एसडीओ डॉ अजय यादव ने बताया कि कनीना खंड में करीब 33 हजार हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि में से करीब 18 हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की बिजाई की गई है जबकि करीब 9 हजार हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की बिजाई मानी जा रही है। शेष रब्बे में आलू, मटर, गाजर, मूली, हरी मिर्च, चना,जौ व हरा चारा की पैदावार की गई है।
कनीना-कनीना मंडी में खरीदे गए बाजरे का दृष्य।
