परीक्षा परिणाम में कम अंक मिलने पर मेधावी विद्यार्थी एवं अभिभावक परेशान

-सीबीएसई दसवीं के वार्षिक परीक्षा परिणाम को लेकर अभिभावकों ने उठाए सवाल
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | सीबीएसई द्वारा हाल ही में जारी किए गए दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को लेकर होनहार विद्यार्थी तथा अभिभावक कम अंक मिलने पर असमंजस में हैं। महेंद्रगढ जिले के कनीना सब डिवीजन के अभिभावकों सुरेश कुमार, सचिन कुमार, सुनील कुमार, पवन, ताराचंद ने बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कें अंतर्गत जिन विद्यार्थियों ने बेहतर तरीके से दसवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा दी थी, परीक्षा परिणाम में उन्हें अत्यंत कम अंक दिए जाने पर उन्हें मानसिक तनाव का सामना करना पड रहा है। उन्होंने कहा कि कक्षा में टाॅपर तथा मेधावी सूचि में रहने वाले विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों में 38 से 50-60 अंक दिए गए हैं। कहने को तो बोर्ड का वार्षिक परीक्षा परिणाम 93 फीसदी से अधिक रहा है लेकिन अंक प्रतिशत आंकडा चैंकाने वाले रहा है। अंक प्रतिशत कम रहने को लेकर विद्यार्थी पेशोपेश में हैं। वे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। बोर्ड की इस लचर मार्किंग व्यवस्था का खामियाजा विद्यार्थियों व अभिभावकों को भुगतना पड रहा है। अधिकांश विद्यार्थी उत्तरपुस्तिकाओं का पुर्नजांच व पुर्नमूल्यांकन करवाने के लिए आवेदन करने लगे हैं।
अभिभावकों ने बताया कि ’आपरेशन सिंदूर’ के चलते परीक्षा परिणाम देरी से जारी होने के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन सीबीएसई द्वारा जल्दबाजी में जारी किए परीक्षा परिणाम में त्रुटियां मानी जा रही हैं। अब उत्तर पुस्तिकाओ का मूल्यांकन सही तरीके से न होने की दिशा में आवेदन करने के लिए चक्कर लगाने पड रहे हैं। ऐसे में उन्हें समय व धन की हानि हो रही है। बहरहाल परीक्षा परिणाम में उम्मीद से कम अंक हासिल होने पर विद्यार्थी एवं अभिभावक मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। उन्होंने सीबीएसई से उत्तरपुस्तिकाओं का पुर्नमूल्यांकन कर संसोधित परिणाम जारी करने की मांग की है।