शांति, एकता और अखंडता का प्रतीक बनेगी ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा: ब्रजमंडल जलाभिषेक समिति
सभी धर्म के लोग मिलकर करें शोभा यात्रा का स्वागत
शोभा यात्रा नलहड मंदिर से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका झिर मंदिर, वहां से सिंगार श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | सावन के पहले सोमवार को ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सोमवार को प्रातः 10:00 बजे नूह (मेवात) के पांडव कालीन महादेव मंदिर(नलहड)से प्रारंभ होकर फिरोजपुर झिरका के झिरकेश्वर महादेव मंदिर होते हुए पुन्हाना के सिंगार श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचेगी। यह जानकारी ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा समिति ने दी । जानकारी देते हुए आगे समिति के लोगों द्वारा बताया गया कि सावन के प्रथम सोमवार को शिवलिंग पर जलाभिषेक गंगाजल चढ़ाने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस वर्ष भी सावन के पहले सोमवार को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा पूरे हर्षोल्लास के साथ शांतिप्रिय तरीके से नूह से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका पांडव कालीन ऐतिहासिक शिव मंदिर होते हुए सिंगार गांव में पहुंचेगी। धार्मिक यात्रा का जिले में आगमन पर विभिन्न पालों खापों के अध्यक्षो और क्षेत्र के विभिन्न गांवो के सरपंचों सहित 36 बिरादरी के लोग ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया जा रहा है। ऐसी सूचना से साधु संतों में भी भारी उत्साह देखा जा रहा है। समिति द्वारा यह जानकारी दी जा रही है कि यह धार्मिक यात्रा है। जिसमें दूर दराज इलाके के साधु ,महात्मा, क्षेत्र के धार्मिक प्रवृत्ति के लोग सहित जिम्मेदार लोग जलाभिषेक यात्रा में शिरकत कर धर्म लाभ उठाएंगे । प्रशासन द्वारा विभिन्न शर्तों पर उन्हें जो मंजूरी दी गई है उसका पालन करते हुए धार्मिक जलाभिषेक यात्रा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेवात के एसपी और डीसी साहब से भी उन्होंने मुलाकात की। शासन और प्रशासन से जो सहयोग मिल रहा है और अप्रिय घटना से बचने के लिए जो सतर्कता बरती जा रही है, उसका धन्यवाद करते हुए आम लोगों से कहा कि इसमें सभी अपना सहयोग व योगदान देने का काम करे।पुलिस कप्तान विजय प्रताप सिंह व उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा भी पीस कमेटी और दोनों समुदाय के लोगों के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था को बनाने में अपना पूरा योगदान कर रहे हैं। ताकि गत वर्ष की भातिं असामाजिक तत्वों द्वारा की गई घटनाक्रम की इस बार पुनरावृत्ति न हो पाए।गौरतलब है कि यह शोभायात्रा क्षेत्रवासियों की तरफ से की जानी है। जिसको लेकर क्षेत्र के सभी समुदाय के लोगों द्वारा आपसी भाईचारा बनाए रखते हुए आने वाले धार्मिक लोगों का पुष्प वर्षा से स्वागत करें । सभी धर्म के लोग एकजुट होकर भाईचारे का संदेश दें। ताकि मेवात का नाम देश विदेश सहित अन्य जिलों में भी सम्मान के साथ लिया जा सके।
*जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने वाले गणमान्य लोग*
सरदार गुरचरण सिंह, चेयरमैन नल्हड महादेव मंदिर, पंडित योगेश शर्मा हिलालपुर अध्यक्ष गौशाला समिति मेवात,बलराज भाड़ना सोहना, सुभाष बंसल सोहना , बहादुर देशवाल आलदौका ,चौ, चौधरी नत्थी छछेडा , चौधरी धर्मवीर नेहरा पलवल, ,डाॅक्टर महेंद्र पाल सिंह, पूर्व सरपंच संगेघ, चौधरी वीरपाल कालियाका , चौधरी नत्थू गूर्जर ,चौधरी वीरेंद्र खटाना गांगौली, पंडित ब्रह्मा इंडरी ,डाॅक्टर सुरेश बघेल , डाॅक्टर हरेंद्र पाल सिंह अध्यक्ष राजदूत सभा पलवल, तिलकराज सिंह अध्यक्ष राजपूत महासभा गुरुग्राम ,दिनेश सिंह चौहान हुलीधर , धर्मेंद्र नंबरदार जिला उपाध्यक्ष राजपूत महासभा गुरुग्राम , संतलाल गूर्जर पूर्व सरपंच खेडा-खलीलपुर ,पंडित रतीराम खेडा-खलीलपुर , टेकचन्द सैनी, तावडू, गंगादान डागर, पंडित गिर्राज, चौधरी सुरेंद्र सिंह आर्य आलदौका , सुशील भारद्वाज ,चौधरी कृष्ण वाल्मिकी ,चौधरी सुभाष वाल्मिकी खेडला , रामचंद्र रिठौरा ,बालू वाल्मिकी बैंसी , ओमप्रकाश गोला,पंडित मोतीराम हथीन, गिर्राज आढती ,राजकुमार प्रजापति , चून्नू चेयरमैन नगर परिषद , संजय मनोचा चेयरमैन नगर परिषद नूह, मनीष जैन चेयरमैन नगर पालिका फिरोजपुर झिरका, बलराज सिंगला, चेयरमैन पुन्हाना , जगन पूर्व पार्षद खेडली दौसा, सुरेंद्र सिंह बजेडा , थान सिंह कश्यप, धनश्याम बागडी , गिर्राज सरपंच पिनगवां, बिल्लू पूर्व सरपंच पिनगवां, कमल सिंह पूर्व सरपंच इंडरी ,धर्मवीर सिंह सैनी पुन्हाना,
चौधरी ज्ञान सिंह चौहान अध्यक्ष चौहान पाल ,देवी सिंह किरा भज्जू आलदोका सहित सैकड़ो की संख्या में साधु संत महात्मा और विभिन्न पलों खापों के अध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
*जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने वाले संत*
– महामण्डलेश्वर महंत विजय दास भैया जी महाराज, महामंत्री अखिल भारतीय संत समिति
– स्वामी धर्मदेव महाराज पटौदी
– – जितेंद्रानंद सरस्वती, महामंत्री, अखिल भारतीय संत समाज
– महामण्डलेश्वर दाती महाराज, दिल्ली
– महामण्डलेश्वर बाबा दयानंद सरस्वती, मुरथल
– परशुराम दास महाराज
– महाराज राम तीर्थदास
– महामण्डलेश्वर यतेंद्रानाथ सरस्वती, रूड़की
– स्वामी कृष्णानंद रोहतक
– महामण्डलेश्वर सेवादास गुरुग्राम
– स्वामी ब्रह्मस्वरूप छुडानी धाम
– स्वामी वेद बिहारी दास।