भाजपा सरकार आम्बेडकर की मूल भावना के खिलाफ: आफताब अहमद

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | देश के संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नूंह के आंकेडा गांव में पहुंचकर गोष्ठी आयोजित की और उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए खिराज ए अकीदत पेश की। कार्यक्रम की अध्यक्षता नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने कि जबकि कांग्रेस जिला संयोजक महताब अहमद मुख्य रूप से शामिल रहे। कार्यक्रम में 36 बिरादरी के जिम्मेदार लोग मौजूद रहे।
कांग्रेस के नूंह विधायक आफताब अहमद ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने ना सिर्फ देश के संविधान को बनाया बल्कि समरसता के उस भाव को भी आगे बढ़ाया है, जो भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। अंबेडकर ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने देश की अखंडता एवं एकता के लिए सतत प्रयास किया, उन्होंने ऐसे संविधान का निर्माण किया जिसमें से सभी वर्गों को समानता का भाव मिले। बाबा साहब डॉ-भीमराव अंबेडकर ने सामाजिक समरसता को बढ़ाने और भेदभाव की खाई पाटने के लिए देश को सशक्त संविधान दिया।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि भारत और चीन एक समय में ही आज़ाद हुए थे जहां चीन ने एक पार्टी के राज को केन्द्रित कर अपनी नीतियां बनाई वहीं कांग्रेस ने डाॅ भीमराव अंबेडकर के सहयोग से भारत में ऐसे संविधान का निर्माण किया जिसमें सभी वर्गों को समान अवसर व एक वोट का अधिकार दिया गया। हालांकि कांग्रेस चाहती तो वो भी एक पार्टी के राज अनुरूप संविधान बना सकती थी लेकिन कांग्रेस पार्टी राज से अधिक देश निर्माण में अधिक गंभीर थी। जबकि आज की सत्ता धारी पार्टी भाजपा एक ही पार्टी के राज के लिए ध्रुवीकरण की कोशिश में लगी रहती है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि अंबेडकर जी को भारतीय संविधान का शिल्पकार भी कहा जाता है। जिसके आधार पर आज भारत देश की प्रशासनिक व्यवस्था चल रही है जिसमे सभी प्रकार से सभी वर्गों को समान अवसर दिए गए है। डा- आंबेडकर ने सभी वर्गों के लिए बेहतर कार्य किया। सच्चे अर्थों में देश के हर वर्ग के लिए आंबेडकर प्रेरणा स्त्रेत हैं। उन्होंने समाज और देश को संगठित करने और संघर्ष करने का नारा दिया था।डा- भीमराव आंबेडकर का सपना था कि समाज में हर व्यक्ति शिक्षित हो। शिक्षित समाज से ही देश व प्रदेश का विकास संभव है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, लेखक और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से होने वाले सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। उन्होंने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार गरीब, अल्पसंख्यक और दलित विरोधी है।
भाजपा के लोग शत प्रतिशत संविधान विरोधी हैं! वे लोग हमेशा विभिन्न वर्गों को निशाना बनाते हुए संविधान पर कुठाराघात करते रहते हैं! समय-समय पर भाजपा की सरकार इस तरह के प्रयास करती है जिससे लोगों का ध्यान उनके वास्तविक मुद्दों जैसे गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पलायन, शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्गति से हटे!
कांग्रेस नूंह संयोजक महताब अहमद ने कहा कि भाजपा की नफरत में डूबी बयानबाजी भारत के सामाजिक ताने-बाने के लिए एक गंभीर खतरा है। इस नफरत का एकमात्र विकल्प संविधान में निहित देश है। यह एक ऐसा विचार है, जो भारत के नागरिकों को परस्पर सम्मान, प्रेम और उत्थान के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता के आधार पर एकबद्ध करता है, किंतु भाजपा सरकार संवैधानिक ताकतों का गलत इस्तेमाल कर भाजपा संविधान के साथ खिलवाड़ कर रही है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के दर्शन करने के बाद एक मंदिर का ‘शुद्धिकरण’ किए जाने की घटना भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दलित विरोधी मानसिकता का खुला प्रदर्शन है।
भाजपा और आरएसएस की विचारधारा की जड़ें ही दलित-विरोध, भेदभाव और एक संकीर्ण मानसिकता में गहरे धंसी हुई हैं। नागपुर में इसी सोच की ट्रेनिंग दी जाती है, जहाँ समरसता का ढोंग होता है, उनका यह ढोंग बार बार उजागर होता रहता है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करके ही हम बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को सच्ची खिराज ए अकीदत पेश कर सकते हैं।
इस दौरान महेंद्र जिला अध्यक्ष एस सी सैल नूंह, मदन तंवर पार्षद, सूरज पाल सरपंच, महेंद्र, राकेश बाल्मीकि, रामजी लाल, सुरेंद्र, श्रीचंद, सुरेश, आमिल चैयरमैन, चर्ण सिंह, प्रीतम गांगोली, रम्मी और अर्जुन आदि मौजूद थे।