इंडरी खण्ड के ग्राम किरा में साप्ताहिक सत्संग में भामाशाह की जयंती हवन करके मनाई।

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य राजेश ने कहा कि व्यापार उद्योग करने वालों को देश हित में धन दान करना चाहिए। शास्त्रों में दान की बड़ी महिमा बताई है। जिससे विद्यालय, मंदिर, धर्मशाला, आश्रम आदि परोपकार के लिए बनाएं जाते हैं। आचार्य राजेश ने बताया कि आज ही के दिन भामाशाह का जन्म राजस्थान में हुआ था। भामाशाह वह नाम है जो यह आधार से लिया जाता है उनके नाम से सरकारी अनेक योजनाएं चल रही है दानवीरों की बात आती है तो उनका नाम जुबा पर आ जाता है जिन्होंने सैकड़ो वर्ष पहले महाराणा प्रताप को 25 लाख रुपए और 20000 सोने के अंसर्पिया दी थी। महाराणा प्रताप जब संकट में थे तो उन्होंने भामाशाह ने अपनी सारी पूंजी अर्पित कर दी थी। और भामाशाह ने भी अपना कर्तव्य का पालन किया सब धन मैने देश से ही कमाया था और देश के लिए लग गया यह मेरे परिवार और मेरा सौभाग्य है। इस अवसर पर मुकेश मास्टर दिनेश देशवाल मोहन मास्टर रमेश पूर्व सरपंच आजाद मयंक और अन्य लोग भी मौजूद रहे।