राम कथा के तीसरे दिन नारनौल में श्रीराम जन्म का सुंदर व्याख्यान
City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। सीताराम शिव मंदिर नई मंडी में हो रही श्रीराम कथा के तीसरे दिन आज काशी प्रयागराज से पधारे व्यास गद्दी आसीन परम पूज्य पंडित ओम प्रकाश शास्त्री ने श्री रामचरितमानस आधारित राम कथा के कथा वाचन से पूर्व मुख्य यजमान रामजीलाल मित्तल एवं राजरानी मित्तल से पूजन करवा एवं गणेश वंदना के साथ-साथ रामचरितमानस का पूजन करवाया।
श्री महाराज ने आज राम जन्म के बारे में बहुत ही सुंदर व्याख्यान करते हुए बताया कि शंकर भगवान माता पार्वती से कहते हैं कि जो व्यक्ति माता से पिता से सेवा करवाता है वह राक्षस समान होता है। अतः माता-पिता की सेवा उसके पुत्र का कर्तव्य होता है एवं बहू का कर्तव्य होता है की वह अपने सास ससुर की सेवा करें।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा जब राजा भरत ने यह समझा कि रामचंद्र जी को कैकई माता ने वनवास दिलाया है तो उन्होंने माता को रानी कहकर संबोधन करना शुरू कर दिया। तब रामचंद्र भगवान ने कहा कि इसमें कैकई माता का कोई दोष नहीं है। यह सब विधि का विधान है। जो माता-पिता के साथ जैसा व्यवहार करते हैं उनकी संतान भी वैसा ही व्यवहार करेंगे।