पुरानी कार खरीदते समय रखें ध्यान, फिर नहीं लगाना पड़ेगा धक्का:  रोहित वर्मा

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समाचार गेट/बिजनेस डेस्क
अगर आप पुरानी कार खरीदने का मन बना रहे हैं, तो आपको सिर्फ कार के एक्सटीरियर, इंटीरियर पर ही नहीं ध्यान देना चाहिए, बल्कि कई और पहलुओं पर भी गौर करना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे ऐसी अहम बातें जो आपको पुरानी कार खरीदने से पहले जरूर ध्यान रखनी चाहिए।
कुछ लोग नई कार खरीदने से पहले ड्राइविंग सिखने के लिए पुरानी कार खरीदते हैं, जबकि कुछ बजट की कमी के कारण पुरानी कार खरीदते हैं। कार खरीदने की वजह चाहे जो भी हो, आपको अपनी कार प्रिय होती है और आप चाहते हैं कि जो भी कार आप खरीदे रहे हों वह आपकी उम्मीदों पर खरी उतरे। कार रखने वालों की इसी चाहत ने पुरानी कारों के बाजार में तेजी ला दी है।
“फ्यूचर कार” के नाम से पुरानी कार सेल एवं परचेज का बिजनेस करने वाले रोहित वर्मा के अनुसार पुरानी कार खरीदने वाले कई लोग धोखे का शिकार भी हो जाते हैं। यह ज्यादातर उन लोगों के साथ होता है जो पहली बार पुरानी कार खरीद रहे होते हैं। यूज्ड कार कार खरीदने वाले कई लोगों को धोके से डैमेज, एक्सीडेंटल या ज्यादा पुरानी कार बेच दी जाती है जो आगे चल कर कई तरह की परेशानियां पैदा करती है। इसलिए पुरानी कार खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
चेक करें कंडीशन


कार एक्सपर्ट्स रोहित वर्मा के अनुसार जब आपको कोई सेकेंड हैंड कार पसंद आ जाए तो डील फाइनल करने के पहले उसकी कंडीशन को अच्छी तरह से जांच लें। अगर आपको तकनीकी पहलुओं की अच्छी जानकारी नहीं है, तो आप किसी जानकार व्यक्ति या मकैनिक से मदद ले सकते हैं। भले ही कार बाहर से दिखने में ठीक लगे, लेकिन एक कार एक्सपर्ट को यह बताने में ज्यादा समय नहीं लगेगा कि कार के एक्सटीरियर, इंटीरियर या इंजन में कोई खराबी है या नहीं।
कार में डेंट या डैमेज को चेक करने के लिए उसे चारों तरफ से अच्छी तरह देख लें। इसके बाद दरवाजों को खोल कर कार के A, B और C पिलर में डेंट को देखें. फ्रंट डैमेज की जांच के लिए इंजन एरिया को चेक कर सकते हैं। अगर इसमें सब ठीक-ठाक दिखे तो समझ जाएं कि कार एक्सीडेंटल कंडीशन में नहीं है।
टायर की कंडीशन की करें जांच
पुरानी कार खरीदते समय टायरों के कंडीशन को जरूर चेक कर चाहिए. अगर टायर ज्यादा खराब हैं तो उन्हें तुरंत बदलवाना पड़ेगा। कई लोग सकेंड हैंड कार खरदीने के तुरंत बाद टायर बदलवाते हैं। अगर टायर बहुत बुरी कंडीशन में हैं तो ऐसी कार कहीं भी धोखा दे सकती है।


चेक करें मेंटेनेंस रिकॉर्ड
पुरानी कार खरीदते समय उसकी मेंटेनेंस हिस्ट्री को देखना बेहद जरूरी है. इससे पता चलता है कि उस कार की सर्विसिंग सही समय पर चल रही थी या नहीं। अगर कार विक्रेता सर्विसिंग का रिसीप्ट या रिकॉर्ड रखता है तो आप आसानी से जान सकते हैं कि कार की मेंटेनेंस कैसी है। इसलिए कार बेचने वाले से मेंटेनेंस रिकॉर्ड की मांग करें।
रजिस्ट्रेशन की करें जांच
कार के रजिस्ट्रेशन की जांच करना बेहद जरूरी है। इससे आपको पता चलेगा कि कार का मैन्युफैक्चरिंग डेट क्या है और उसे कब रजिस्टर किया गया है। इससे आपको सही तरह से पता चल पाएगा कि कार कितनी पुरानी है।
इंश्योरेंस करें चेक
सेकेंड हैंड कार खरीदते वक्त पुरानी कार का इंश्योरेंस नए मालिक के नाम पर ट्रांसफर कराना होता है। यदि विक्रेता इसे सक्रिय रूप से नहीं करता है, तो इसे स्थानांतरित करने की जिम्मेदारी खरीदार की है। यदि कार बीमा नए मालिक के नाम पर स्थानांतरित नहीं किया जाता है इस दौरान कार का एक्सीडेंट का कोई अन्य दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो जाए तो कानूनी समस्याएं हो सकती हैं।
नो क्लेम बोनस की करें जांच
यह कार बीमा से संबंधित है। नो क्लेम बोनस इंश्योरेंस प्रीमियम को हल्का बना देता है। यह पॉलिसी अवधि के दौरान दावा दायर नहीं करने का इनाम है। इसलिए, इसे नो क्लेम बोनस (NCB) के रूप में जाना जाता है। कार की कंप्रिहेंसिव बीमा पॉलिसी लेते समय यह बोनस आपको प्रीमियम में छूट प्रदान कर सकता है।

ज्यादा जानकारी के लिए कार एक्सपर्ट्स रोहित वर्मा का “फ्यूचर कार” के नाम से कारों का सेल एवं परचेज का बिजनेस है। कार खरीदने से पहले आप रोहित वर्मा से 9891124671 पर कॉल कर सकते हैं।

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