हथियार प्रदर्शन पर पाबंदी – खेल की गरिमा को बनाए रखें।
-हरियाणा ओलम्पिक संघ ने लिया समाजहित बेहतरीन कदम।
-हरियाणा ओलम्पिक संघ के संदेश का सभी खेल संघों ने किया स्वागत।
-किसी भी प्रकार के हथियार के साथ खिलाड़ियों द्वारा वीडियो बनाने एवं फोटो शूट करने पर लगेगा खेल प्रतिबंध।
City24News/नरवीर यादव
फरीदाबाद | एथलेटिक्स हरियाणा के अध्यक्ष दिलबाग सिंह ने कहा कि हरियाणा ओलम्पिक संघ के द्वारा खिलाड़ियों द्वारा शादी समारोह एवं अन्य आयोजनों पर किसी भी प्रकार के हथियार दिखाने एवं लहराने के वीडियो और फोटो आदि मल्टी मीडिया पर अपलोड किए जाने पर ब्लाक स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिबंधित किए जाने संदेश को सभी समाचार पत्र एवं चलचित्र मीडिया ने बहुत ही अच्छी तरह से लिखकर एवं दर्शाकर बहुत ही सराहनीय कार्य किया है और सभी खेलों के खिलाड़ियों एवं खेल प्रशिक्षकों से आशा है कि हरियाणा ओलम्पिक संघ के संदेश को गंभीरता से लेकर इसे धरातल पर कार्य करें।
सत्यवीर धनखड़ फरीदाबाद मीडिया प्रभारी खेल ने खिलाड़ियों एवं खेल प्रशिक्षकों से महत्वपूर्ण अपील करते हुए कहा कि
खेल का उद्देश्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा,आपसी सम्मान और मनोरंजन होना चाहिए। हाल के कुछ मामलों में खिलाड़ियों के द्वारा हथियार प्रदर्शन करना न केवल खेल की गरिमा को कम करता है, बल्कि यह सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है।
खिलाड़ियों के हित हेतु हमारा उद्देश्य है कि हर खिलाड़ी सुरक्षित और उत्साहित माहौल में अपनी प्रतिभा दिखा सके।सब मिलकर खेल क्षेत्र को एक नई ऊंचाई दें और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने का कार्य करें।
[हरियाणा ओलम्पिक संघ की खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से अपील]
राजकुमार मिटान सदस्य ग्रीवेंस कमेटी एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कहा कि संघ सभी खिलाड़ियों और कोच से अनुरोध करता है कि वे हथियार प्रदर्शन से दूर रहें। यह न केवल आपके लिए, बल्कि आपके साथियों और दर्शकों के लिए भी सुरक्षित नहीं है। खेल को खेल की भावना से खेलें,जीत-हार को हंसते हुए स्वीकार करें।
हरियाणा ओलम्पिक संघ के द्वारा की गई घोषणा के द्वारा अमर्यादित वीडियो और फोटो बनाने पर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों पर प्रतिबंध की घोषणा के अनुसार जो भी खिलाड़ी या कोच हथियार प्रदर्शन में शामिल पाए जाएंगे, उन्हें तुरंत खेल गतिविधियों से प्रतिबंधित किया जाएगा। यह कदम खेल को स्वच्छ, सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने के लिए आवश्यक है।
प्रदीप मलिक महासचिव एथलेटिक्स हरियाणा ने बताया कि खेल भावना ही असली जीत है। हथियार नहीं,आपका हुनर और हौसला आपको आगे ले जाएगा।
सुरक्षा और सम्मान साथ-साथ चलते हैं।खेल को प्यार और प्रेरणा का प्रतीक बनाएं।
नशे से दूर,खेल के करीब! स्वस्थ प्रतिस्पर्धा,स्वस्थ जीवन सिद्धांत पर खिलाडी एवं खेल प्रशिक्षक कार्य करने का काम करें।
