बड़कली चौक का नाम किया जाए अहिंसा चौक।

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |मेवात की राजनैतिक राजधानी के नाम से प्रसिद्ध व विख्यात बड़कली चौक का नाम बदलकर नया नामकरण कर अहिंसा चौक किऐ जाने की मांग उठने लगी हैं। सर्वजातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष रजत जैन ने बताया की बड़कली चौक ने कई सामाजिक,राजनैतिक, सांस्कृतिक कई उतार चढ़ाव देखे हैं। अनेक सामाजिक व राजनेताओं का भविष्य बनते बिगड़ते देखा है। मेवात के उत्थान के लिए कई संघर्षों के दृश्यो का साक्षी रहा है। चौक पर राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक ,संगठनों ने क्षेत्र के उत्थान व विकास की मांगो के लिए बडकली चौक पर कई छोटे बड़े संघर्ष किए हैं। ताकि क्षेत्र का सर्वाग्रीण विकास हो सके। लेकिन 31 जुलाई 2023 को एक ऐसी अप्रिय हिंसक निंदनीय,अमानवीय घटना घटी की जिसने मेवात के आपसी मजबूत ताने बाने को झक्कोर(हिलाकर) कर रख दिया। बडकली चौक की अप्रिय घटना से एक कलंक लग गया जो देश में ही नहीं अपितु विदेशो में भी इस कलंक की निंदनीय चर्चा हुई। घटना के कलंक को धोने के लिए ओर ऐसी अप्रिय हिंसक घटना की पुनावृत्ति ना हो। युद्ध व हिंसा से कभी भी सच्ची शांति की स्थापना सम्भव नहीं हैं। सत्य,प्रेम,दया,त्याग, समर्पण, व अहिंसा के पथ पर चलकर ही सच्ची शांति की स्थापना संभव है। सरकार को अहिंसा की भावनाओं व उसके प्रति प्रेम को बढावा देने व जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए बड़कली चौक का नाम बदलकर नया नामकरण कर अहिंसा चौक रखे जिससे आपसी भाईचारा ओर अधिक मजबूत हो सके। सत्य व अहिंसा के पथ पर चलकर ही देशभक्ति व देशभक्ति के संबंधित कार्यो को करने के लिए ओर दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ अधिक बल मिलेगा। सच्ची शांति की स्थापना में मिल का पत्थर सहायक होगा।