सांग सम्राट मास्टर नेकीराम की रागनियों से उनका नाम हटाने वाले बाबूदान के कार्यक्रमों पर लगी रोक
City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी। प्रसिद्ध सांग सम्राट व लोक कवि मास्टर नेकीराम की रागनियों से उनका नाम हटाने वाले और हरियाणवी संस्कृति की दुर्दशा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराने वाले छापकटैया बाबूदान सिंह के कार्यक्रमों पर हरियाणा कला परिषद् ने रोक लगा दी है। मास्टर नेकीराम साहित्य एवं लोकनाट्य कला संरक्षण परिषद् और सरपंच ग्राम पंचायत जैतड़ावास द्वारा हरियाणा कला परिषद् के निदेशक को लिखित शिकायत भेजी गई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा कला परिषद् ने उसके कार्यक्रमों पर रोक लगाई है। यह जानकारी देते हुए हरियाणा कला परिषद् के निदेशक नागेंद्र शर्मा ने कथित रूप से बताया कि उनके पास बाबूदान सिंह की पहले भी शिकायत आ चुकी है। दूसरे प्रदेश का रहने वाला यह व्यक्ति सरकार से ही सांग कार्यक्रम लेता है और सरकार के ही खिलाफ बोलता है। इसके द्वारा हरियाणवी संस्कृति की दुर्दशा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना सरासर गलत है। वहीं उन्होंने कहा कि हम खुशनसीब हैं कि हमारे हरियाणा के सांग कलाकार ऐसा व्यवहार नहीं करते। हरियाणा के जो सांगी हैं उन्हें पता है इसलिए वह अपनी सांग परंपरा को बहुत अच्छे से निभाते हैं। बाबूदान सिंह की पहले भी शिकायत आई थी इसलिए अब इसे कार्यक्रम देने बंद कर दिए हैं। प्रदेश के लोक कवि मास्टर नेकीराम की रचनाओं से इसके द्वारा उनका नाम हटाना और हटवाना निंदनीय है। सांग सम्राट मास्टर नेकीराम साहित्य कला मंच के पदाधिकारियों और साहित्य प्रेमियों ने इस छापकटैया के कार्यक्रमों पर रोक लगाने पर प्रसन्नता व्यक्त की और हरियाणा कला परिषद् का आभार जाताया।