आयुष्मान (चिरायु) भारत योजना: वर्ष 2025 में नूंह के नागरिकों के लिए बना मजबूत स्वास्थ्य सुरक्षा कवच
-वर्ष 2025 में नूंह में आयुष्मान (चिरायु) कार्ड की संख्या हुई 5 लाख से अधिक, 24,980 नागरिकों को 310 करोड़ रुपये का कैशलेस इलाज
-इलाज के बढ़ते खर्चों के बीच जरूरतमंद परिवारों के लिए जीवन रेखा बनी आयुष्मान (चिरायु) योजना
-नूंह में आयुष्मान (चिरायु) योजना का मजबूत नेटवर्क: 24 स्वास्थ्य केंद्रों व 06 निजी अस्पतालों में मिल रहा कैशलेस इलाज
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | इलाज के बढ़ते खर्च के बीच वर्ष 2025 में आयुष्मान (चिरायु) भारत योजना नूंह के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से सबसे मजबूत ढाल साबित हुई। योजना ने इस वर्ष जिले के लाखों नागरिकों को गंभीर बीमारियों के आर्थिक जोखिम से बचाते हुए एक भरोसेमंद स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान किया। इस वर्ष जिले में आयुष्मान (चिरायु) कार्ड की संख्या 5 लाख तक पहुंच गई, जो इस बात का प्रमाण है कि योजना जमीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से पहुंची है।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, श्रमिक, बुजुर्ग और असंगठित क्षेत्र से जुड़े परिवारों के लिए यह योजना एक स्थायी सुरक्षा ढाल बनकर उभरी है। समय पर इलाज, बेहतर अस्पताल नेटवर्क और कैशलेस सुविधा ने नागरिकों के भीतर स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है। वर्ष 2025 के दौरान 24 हजार 980 नागरिकों ने इस योजना के अंतर्गत सरकारी एवं सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में उपचार प्राप्त किया। इन लाभार्थियों को करीब 310 करोड़ रुपये का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया गया, जिससे हजारों परिवारों को इलाज के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति आड़े नहीं आई।
जिला प्रशासन के जागरूकता अभियानों ने निभाई महती भूमिका, योजना के पात्र लाभार्थियों की संख्या में निरंतर हो रहा इजाफा
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से वर्ष भर जागरूकता अभियान, कार्ड निर्माण शिविर और अस्पतालों की सतत निगरानी की गई। इसका सीधा असर यह रहा कि अधिकाधिक पात्र नागरिक योजना से जुड़े और इलाज के दौरान किसी प्रकार की आर्थिक या प्रक्रियागत बाधा का सामना नहीं करना पड़ा। डीसी अजय कुमार ने कहा कि आयुष्मान (चिरायु) भारत योजना ने आम नागरिकों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मजबूत सुरक्षा प्रदान की है। जिला प्रशासन का निरंतर प्रयास है कि योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचे और भविष्य में कवरेज को और अधिक विस्तार दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह योजना “स्वस्थ हरियाणा–समृद्ध हरियाणा” के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नूंह में आयुष्मान (चिरायु) योजना का मजबूत नेटवर्क: 24 स्वास्थ्य केंद्रों व 06 निजी अस्पतालों में मिल रहा कैशलेस इलाज
नूंह में आयुष्मान (चिरायु) भारत योजना वर्ष 2025 के दौरान केवल लाभार्थियों की संख्या तक सीमित नहीं रही, बल्कि जिले में एक सशक्त और भरोसेमंद कैशलेस स्वास्थ्य नेटवर्क के रूप में विकसित हुई है। नागरिकों को इलाज के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थानों को योजना से जोड़ा गया, जिससे जरूरतमंदों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित हो सका। वर्तमान में नूंह जिले में 24 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से आयुष्मान (चिरायु) योजना के तहत कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सरकारी अस्पताल शामिल हैं। इन केंद्रों पर पात्र लाभार्थियों को जांच, उपचार और रेफरल सेवाएं बिना किसी आर्थिक बोझ के प्रदान की जा रही हैं।
इसके साथ ही जिले के 06 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों को भी आयुष्मान (चिरायु) योजना से जोड़ा गया है, जहां नागरिकों को गंभीर और जटिल बीमारियों के लिए उन्नत चिकित्सा सुविधाएं कैशलेस रूप से उपलब्ध कराई जा रही हैं। निजी अस्पतालों की भागीदारी से इलाज की गुणवत्ता, विकल्प और पहुंच में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, खासकर उन मरीजों के लिए जिन्हें विशेषज्ञ उपचार की आवश्यकता होती है। इस व्यापक नेटवर्क का लाभ यह रहा कि वर्ष 2025 के दौरान हजारों नागरिकों को इलाज के लिए न तो आर्थिक चिंता करनी पड़ी और न ही इलाज में देरी हुई।
