लाईट जाते ही अंधेरे में डूब जाता है लघु सचिवालय का सरल केंद्र
City24news@सचिन भारद्वाज
होडल | प्रदेश सरकारा द्वारा लघु सचिवालय में आमजन की सुविधा के लिए स्थापित किया गया सरल केंद्र अब लोगों के लिएए परेशानी का कारण बना हुआ है। करोडों रुपए का राजस्व एकत्रित करने वाले उक्त सरल केंद्र में लाईट की व्यवस्था तो है, लेकिन लाईट जाते ही सरल केंद्र अंधेरे में डूब जाता है। उक्त केंद्र में लगे दर्जनों कम्पयूटरों के माध्यम से जमीन जायदाद की रजिस्ट्री,बयनामा,इकरारनामा,ड्राईविंग लाईसेंस,जमीन तबादला,जमाबंदी,इंतकाल सहित अनेकों कार्य किए जाते हैं, लेकिन बिजली जाने के बाद कम्पयूटरों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। बिडम्बना यह है कि लाईट जाने के बाद कम्पयूटरों के लिए यूपीएस तक की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण यहां अपने जमीन जायदाद सम्बंधित कार्य कराने के लिए पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। बताया जाता है कि सरल केंद्र्र में लाईट कट करने के लिए चेंज ओवर काफी समय से खराब हुआ है। जिसके कारण यहां लाखों रुपए कीमत के जेनरेटर भी केवल शोपीस बने हुए हैं। बिडम्बना यह है कि उक्त सरल केंद्र प्रशासन की आंखों के नीचे ही कार्यरत है,लेकिन उसके बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। बताया जाता है कि सरल केंद्र में दर्जनों कम्पयूटरों पर तैनात आप्रेटर प्रतिदिन हजारों उपभोक्ताओं के जमीन जायदाद व अन्य कार्यों को निपटाते हैं, लेकिन लाईट जाने के बादा सरल केंद्र पूरी तरह से अंधेरे में डूब जाता है। उक्त कम्पयूटरों को चलाने के लिए प्रशासन द्वारा यूपीएस व अन्य वैकल्पित व्यवस्था तक नहीं की हुई है। जिसके कारण लाईट गुल होते ही उक्त कम्पयूटरों में जमीनी रजिस्ट्री सहित अन्य उपभोक्ताओं का दर्ज किया गया डाटा भी उड जाता है। बाद में लाईट आने के बाद आप्रेटरों द्वारा उक्त डाटा को दोवारा से दर्ज किया जाता है। कम्पयूटर बंद होने का मुख्य कारण बिजली का चेंज ओवर खराब होना बताया गया है। काफी समय बीतने के बाद भी विभाग उक्त चेंज ओवर का इंजताम नहीं कर सका है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को परेशानियेां का सामना करना पड रहा है। अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह चौहान, रमनलाल, रमेशचन्द,मनोज, राजबीर,पवनकुमार आदि का कहना था कि लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया सरल केंद्र असुविधा का कारण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि किसी जमीन या प्लाट आदि की रजिस्ट्री कराने सरल केंद्र में पहुचते हैं तो उसे कम्पयूटर में फीड करने में काफी समय लगता है, लेकिन उसी दौरान लाईट बंद होने के कारण फीड किया गया पूरा डाटा समाप्त हो जाता है, जिसके बाद आप्रेटरों को दोवारा से डाटा दर्ज करना पडता है, जिसमें उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पडता है। दस मिनट में होने वाले काम के लिए उपभोक्ताओं को घंटों तक बैठकर इंतजार करना पडता है।
लाखों रुपए कीमत के जेनरेटर बने हुए हैं शोपीस
लघु सचिवालय के सरल केंद्र में दर्जनों कम्पयूटरों के लिए विभाग द्वारा जेनरेटर की व्यवस्था तो की हुई है, लेकिन केंद्र में बिजली का चेंज ओवर पिछले काफी समय से खराब पडा हुआ है, जिसके कारण उपभोक्ताओं को जेनरेटर की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। इस मामले में विभागीय लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड रहा है। केंद्र में बिजली जाते ही अंधेरा छा जाता है और कम्पयूटर में फीड डाटा भी उड जाता है। जिसके कारण उपभोक्ता और कर्मचारियेां को परेशानियों का सामना करना पडता है। प्रशासन को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। उधर इस बारे में सरल केंद्र के जूनियर प्रोग्रामर सुनील कुमार ने बताया कि बिजली का चेंजओवर खराब है। इस मामले से विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया है। जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।