शेयर मार्किट में इन्वेस्टेमेंट के नाम पर 1.10 करोड रुपए का की ठगी के मामले में किया गिरफ्तार
आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग 7 मोबाइल फोन, एक डोगल तथा 4394 सिम कार्ड बरामद
फरीदाबाद। साइबर थाना सेन्ट्रल प्रभारी अमित की टीम ने शेयर मार्किट में इन्वेस्टेमेंट के नाम पर करीब 1.10 करोड़ ठगी की वारदात में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में आकाश प्रवीन, विशाल रमेश, अंशुल नंदा, प्रशांत बब्लू, थोगाटी बद्रीनाथ तथा शिवा प्रसाद का नाम शामिल है। आरोपी आकाश, प्रवीन और विशाल, रमेश सुरत गुजरात का, आरोपी अंशुल नंदा और प्रशांत बब्लू मंडला मध्य प्रदेश का, आरोपी थोगाटी और शिवा प्रसाद गुंटूर आन्ध्र प्रदेश के रहने वाला है। आरोपियों को साइबर थाना सेन्ट्रल की टीम ने अपने गुप्त सूत्रों व तकनीकी माध्यम से 19 अप्रैल को आरोपी आकाश प्रवीन भाई माडनका, 20 अप्रैल को विशाल रमेंश भाई गेलानी को सूरत गुजरात से, दिनांक 29 अप्रैल को आरोपी अंशुल नंदा व प्रशांत बल्लू विश्वकर्मा उनके गांव नैनपुर मंडला मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर माननीय अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा गया। पूछताछ के दौरान आरोपी आकाश प्रवीन से 1200 रूपए नगद व आरोपी विशाल रमेश से 1500 रूपए नगद बरामद किए गए। 15 मई को आरोपी थोगटी बद्रीनाथ को बैंगलोर से व 23 मई को आरोपी शिवा प्रसाद को गुंटूर आन्ध्र प्रदेश से काबू किया है। आरोपी थोगाटी बद्रीनाथ को पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा गया। 23मई को आरोपी शिवा प्रसाद को गिरफ्तार कर 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग 7 मोबाइल फोन, एक डोगल तथा 4394 सिम कार्ड बरामद किए गए।
वारदात को कैसे दिया अंजाम
फरीदाबाद के सेक्टर-81 के रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा साइबर थाना सेन्ट्रल में 1 करोड़ 9 लाख 87 हजार 987 रुपए की शेयर मार्किट में मुनाफा कमाने के नाम पर ठगी की शिकायत प्राप्त हुई। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह फेसबुक चला रहा था जो एक फेसबुक पर उसके पास एक लिंक आया जिसको क्लिक करने पर उसका नम्बर एक ग्रुप से जोड़ा गया। जो शेयर मार्किट के नाम से था। जिस ग्रुप नें काफी लोग जुडे हुए थे। जो सभी अपना पैसा आरोपियों द्वारा दिए गए बैंक खातों में डालकर लगा रहे थे और काफी मुनाफा कमा रहे थे। जिसको देख कर शिकायतकर्ता ने 1 करोड़ 9 लाख 87 हजार 987 रुपए आरोपियों के खाते से लगवा दिए और ठगी का शिकार हो गया।