महामहिम राष्ट्रपति से रेसलर विनेश फोगाट की अयोग्यता मामले में हस्तक्षेप की अपील
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला नूहं के निवासियों ने महिला रेसलर विनेश फोगाट के लिए न्याय एवं ‘भारत रत्न’ की मांग को लेकर आज अतरिक्त जिला उपायुक्त नूहं के माध्यम से भारत के महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।
हरियाणा वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शाहनवाज़ खान का कहना है कि “विनेश फोगाट की उपलब्धियों और जिस तरह से पेरिस ओलंपिक में एक ही दिन में तीन महिला पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह पक्की करने के तुरंत पश्चात दिल दहला देने वाली अयोग्यता के बाद, उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए”।
वहीँ, नूहं डिस्ट्रिक्ट वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद रफीक का कहना है कि “यह वास्तव में निराशाजनक है कि ओलंपिक, जो शांति, प्रेम और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा की भावना के सिद्धांतों पर अस्तित्व में हैं, वहां हमारी बहन विनेश फोगट को विवादास्पद तरीके से अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट ना केवल विश्व की नंबर एक व टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता को हराने वाली पहली पहलवान बनीं, बल्कि वह ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर भी हैं। फोगाट के द्वारा यह कीर्तिमान हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। हरियाणा, जो पूर्व में घटते लिंग-अनुपात और कन्या भ्रूण हत्याओं के लिए जाना जाता था, आज यही महिला खिलाड़ी प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर सामने आई हैं”।
शिक्षविद, डॉ. जाहिद खान ने मांग की है कि “विनेश फोगाट की अयोग्यता वाले घटनाक्रम की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच कराई जाए और यदि कोई दोषी पाए जाता है तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए”।
जिले के सभी निवासियों ने विनेश को न्याय दिलाने और उनके द्वारा कुश्ती से संन्यास लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की भी अपील की।