किसानों से बागवानी को अपनाने का आह्वïन – उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला नूंह के किसानों को उन्नत खेती की ओर प्रेरित करते हुए बागवानी विभाग द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों जैसे फिरोजपुर झिरका, नूंह, पुन्हाना, तावडू, पिनगवां, नगीना, इडंरी में फलदार पौधों की बागवानी को प्रोत्साहित करने हेतू विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि केन्द्र सरकार की समेकित बागवानी विकास मिशन (एम.आई.डी.एच.) योजना के अंतर्गत किसानों को बेर, अमरूद, ऑवला, अनार जैसी जलवायु अनुकुल फलों की खेती के लिए 24 हजार 500 रुपए से 42 हजार रुपए प्रति एकड़ तक का अनुदान प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बागवानी अपनाकर किसान पारंपरिक फसलों की तुलना में प्रति एकड 75 हजार रुपए व एक लाख 50 हजार रुपए की वार्षिक आय अर्जित कर सकते है। यह पहल न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनायेगी, बल्कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने के संकल्प को भी साकार करेगी। अधिक जानकारी और मार्गदर्शन के लिए किसान अपने नजदीकी बागवानी कार्यालय से संपर्क कर सकते है। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में अधिकतर किसान अमरूद जैसी प्रमुख फसलों पर ही केंन्द्रित है, जबकि जिले की जलवायु में आडू, अनार, पपीता, आलुबूखारा, बेर और ऑवला जैसी अन्य फलों की फसलों की भी अच्छी संभावना है। किसानों को इन फसलों की ओर भी ध्यान देना चाहिये ताकि उन्हें विविधता के साथ अधिक लाभ प्राप्त हो सके।
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह ने भी किसानों से आह्वïन किया है कि वे बागवानी जैसी लाभकारी कृषि प्रणाली को अपनाकर न केवल अपनी आमदनी बढायें, बल्कि जिले की समग्र कृषि अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनायें। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नूंह जिले में फल उत्पादन क्षेत्र लगभग 2918 है। जिसे बढाकर जिले को बागवानी के क्षेत्र में अग्रणी श्रेणी में लाना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जो किसान बागवानी प्रबंधन या फल बाग लगाने के तरीकों का प्रशिक्षण लेना चहाते है उनके लिए हरियाणा राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित उत्कृष्टता केन्द्रों पर निशुल्क प्रशिक्षण व्यवस्था उपलब्ध है। किसान इन केन्दों का लाभ उठाकर वैज्ञानिक विधियों से बागवानी कर अपनी आय में वृद्वि कर सकते है।