नांगल चौधरी हलके में पेयजल की महत्वाकांक्षी योजना
City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। नांगल चौधरी हलका में नहर की टेल पर स्थित होने के साथ साथ लहरोदा संयंत्र से सप्लाई किए जाने वाले पेयजल की सप्लाई में भी अंतिम छोर पर स्थित है। विशेषकर पहाड़ की तलहटी में बसे गांवों में पीने के पानी की समस्या गर्मी में विकराल रूप धारण कर लेती है। इस समस्या को देखते हुए हलका विधायक डा अभय सिंह यादव ने जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से एक दूरगामी योजना पर काम शुरू करवाया है।
डा. यादव ने इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि लहरोदा जल सप्लाई पर पूर्ण रूप से निर्भरता को कम करते हुए हलके में दो और जल संशोधन और सप्लाई की योजनाएं बनाई हैं। नांगल दर्गु में धोली पहाड़ी के पास विभाग के बेकार पड़े वॉटर टैंक का जीर्णोद्धार करके उसके साथ लगते हुए 15 गांवों में पानी की सप्लाई दिए जाने की योजना है। इस टैंक के जीर्णोद्धार का काम चालू है तथा कुछ महीनों में इस काम को पूरा करके आस पास के गांवों में पीने के पानी की सप्लाई प्रारंभ की जाएगी। इसके साथ ही बहरोड़ और कोटपूतली रोड पर लगने वाले लगभग 20 से ज़्यादा गांवों को अलग से जल व्यवस्था करने के लिए नायन गांव की पंचायत ने 15 एकड़ ज़मीन का सहमति प्रस्ताव दिया है तथा विभाग इस पर एक बड़ा जल संशोधन संयंत्र लगाकर आसपास के सभी गांवों की जल व्यवस्था का प्रबंध इस टैंक से करने की योजना पर काम की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है।
यह दोनों प्रोजेक्ट पूरे होने के बाद नांगल चौधरी हलके की जल व्यवस्था अगले कम से कम एक दशक तक समस्या नहीं रहेगी। डा यादव ने आगे बताया कि जल जीवन मिशन के माध्यम से गांवों में बिछाई गई पाइपलाइन, उन में दिए जाने वाले कनेक्शन्स और लाइन बिछाने के दौरान उखड़ी हुई गलियों के पुनर्निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है और उक्त बजट की मंज़ूरी के बाद पूरे हलके के गांवों की जल व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का मूल उद्देश्य प्रधानमंत्री के “हर घर में नल और हर नल में जल” की गारंटी को पूरा करना है। नांगल चौधरी जैसे सुदूर इलाकों में विशेष जल प्रबंधन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सरकार यह विशेष परियोजनाएं इस क्षेत्र में ला रही है।