सड़क पर वाहन चलाते समय सुरक्षा नियमों का पालन अवश्य ही करें
आधुनिक युग में फर्स्ट एड का ज्ञान हर नागरिक को होना काफी लाभदायक: प्रशांत पंवार
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रैड क्रॉस सोसाइटी नूंह प्रशांत पंवार के कुशल मार्गदर्शन एवं सचिव महेश गुप्ता की देखरेख में जिला रैड क्रॉस सोसाइटी नूह निरंतर मानवहित में जागरूकता की कड़ी में आज वीरवार को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा एवम फर्स्ट एड की जानकारी विषयों पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन रैड क्रॉस भवन नूंह में किया। इस अवसर पर सचिव ने बताया कि रैड क्रॉस सोसायटी ही फर्स्ट एड का प्रशिक्षण एवम सर्टिफिकेट जारी करने हेतु अधिकृत है तथा जिला रैड क्रॉस सोसायटी नूह विद्यालयों, कॉलेजों, उद्योगों, रैड क्रॉस भवन में निरंतर फर्स्ट एड ट्रेनिंग एवम जागरूकता सेमिनार आयोजित कर रही है।
जिला रैड क्रॉस सोसाइटी नूंह के जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक ने जिले के विभिन्न गांव के 85 युवाओं को वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा नियमों मुख्यतः शराब पीकर वाहन ना चलाने, नाबालिग से वाहन ना चलवाने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने, आपातकाल वाहन को तुरंत रास्ता देने, ओवरलोड एवम ओवरस्पीड वाहन ना चलाने, आपातकाल नम्बरों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वाहन चलाते समय चालक के साथ बैठी सवारी को भी हेलमेट, सीट बेल्ट का अवश्य ही इस्तेमाल करना चाहिए। हेलमेट दुर्घटना के समय चालक को सीमा पर खड़े वीर जवान की तरह सुरक्षा देता है। सीमा पर खड़ा सिपाही स्वयं गोली खाता है लेकिन देशवासियों को सुरक्षा देता है। उसी तरह हेल्मेट दुर्घटना के दौरान इन सभी अंगों H- Head E- Eyes, L-Lips, M-Mout, E-Ear, T-Teeth को सुरक्षित करता है।
फर्स्ट एड में बेहोशी, घायल को मौके पर प्राथमिक सहायता, हार्ट अटैक, सिक्का निगलना, आगजनी के दौरान धुआं होने, बिजली का करंट, पानी में डूबने, शरीर से बहुत खून बहने की स्तिथी में पीड़ित को ट्रांसपोर्ट करने, साँस न आने और हार्ट के कार्य न करने की अवस्था में जीवनदायिनी विधि सी.पी.आर. का प्रयोगात्मक तरीका समझाया तथा सभी से अभ्यास करवाया साथ ही सभी को सड़क सुरक्षा नियमों पालना हेतु शपथ दिलाई गई।
इस जागरूकता सेमिनार के सफल आयोजन में नरेश कुमार एवम नितिन वर्मा का काफी योगदान रहा।