आईएमटी रोजका मेव क्षेत्र के विकास में सभी स्थानीय निवासी बने सहयोगी- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा

– उपायुक्त ने उनसे मिलने आए किसानों, सरपंचों व स्थानीय लोगों से की अपील
– सरपंचों व स्थानीय किसानों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
– कहा, क्षेत्र का विकास ही सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकता
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह |उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के साथ आईएमटी रोजका मेव क्षेत्र के आसपास के करीब नौ गांवों के किसानों, सरपंचों व अन्य स्थानीय लोगों ने रविवार को उनके कैंप कार्यालय में बैठक की और सभी ने इस क्षेत्र के विकास में जिला प्रशासन को सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने बैठक में आश्वासन दिया कि वे हर प्रकार से यहां पर शांति व विकास के पक्षधर हैं।
उपायुक्त ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में बताया कि आईएमटी क्षेत्र के विकास को लेकर जिला प्रशासन व किसानों के बीच लगातार संवाद जारी रहा है। इसी क्रम में आज इस क्षेत्र के किसानों व आसपास के गांवों के सरपंचों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जो लगभग ढाई घंटे चली। बैठक में 9 गांवों के किसानों, सरपंचों व उनके प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
उपायुक्त ने बताया कि इससे पहले भी मार्च, मई, जून महीने में व बीते दिन भी बैठक कर किसानों को सरकार की योजनाओं और निर्णयों से अवगत कराया गया है। औद्योगिक विकास, स्थानीय युवाओं को रोजगार, क्षेत्र में फैक्ट्रियों की स्थापना, रेंट इनकम व 75 प्रतिशत स्थानीय रोजगार सुनिश्चित करने जैसी बातों को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि भूमि अधिग्रहण से संबंधित मुआवजा पहले ही वितरित किया जा चुका है और न्यायालय का निर्णय भी आ चुका है, ऐसे में उस विषय पर अब चर्चा की कोई आवश्यकता नहीं रह गई है। फिर भी अगर कोई नई मांग या सुझाव आता है, तो प्रशासन उसे गंभीरता से सुनने को तैयार है।
उपायुक्त ने कहा कि कुछ किसान बार-बार सरकारी कार्य में बाधा डाल रहे हैं, जो विकास में रुकावट बन रहा है। वहीं, अधिकांश स्थानीय किसान क्षेत्र के समावेशी विकास, भाईचारा, और शांति के पक्ष में हैं। यहां पर कब्रिस्तान और खेल मैदान जैसी मांगों पर कार्य पहले ही प्रारंभ किया जा चुका है। उपायुक्त ने इस दौरान सभी से अपील की कि सभी पक्ष मिलकर इस क्षेत्र के विकास में सहभागी बनें और युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए सहयोग करें। स्थानीय निवासी हर प्रकार से इस क्षेत्र में शांति बनाए रखने में सहयोग करें तथा किसी बाहरी व्यक्ति के बहकावे में न आएं।
*स्थानीय किसानों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन कि कुछ बाहरी लोग कर रहे हैं माहौल खराब, हम हैं हर प्रकार से शांति व विकास के पक्षधर*
उपायुक्त के साथ मीटिंग करने आए गांव खेड़ी-कंकर, कवरसिंका, खोड़-बसई, महरौला, रूपाहेड़ी, धीरधौका, रोजकामेव, गजरपुर व रेवासन के सरपंचों, किसानों व स्थानीय निवासियों ने बैठक के बाद उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा कि वे इस क्षेत्र में हर प्रकार से शांति के पक्षधर हैं। सरकार द्वारा साल 2010 मे आईएमटी सोहना के लिए अधिग्रहित भूमि का मुआवजा दिया जा चुका है। लेकिन फिर भी कुछ किसान और मुआवजा के लिए शान्तिपूर्वक तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन अब इस धरना-प्रदर्शन में कुछ बाहर के व्यक्ति आकर शान्तिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों को उकसा रहे हैं व अशान्ति का माहौल पैदा कर रहे हैं। इससे हमें मेवात का वर्षों पुराना भाईचारा खराब होने का खतरा है और हमारे इस क्षेत्र के विकास में बाधा उत्पन्न करने का डर है। हम सभी लोग बाहर से आये व्यक्तियों व किसान नेताओं का विरोध करते हैं और स्थानीय लोगों से शान्तिपूर्ण तरीके से व कानून के दायरे में रहकर धरना-प्रदर्शन करने की अपील करते हैं।