पढ़ेगा नूंह-बढ़ेगा नूंह शीर्षक के साथ प्रवेश उत्सव आयोजित कर सभी बच्चों को स्कूलों से जोड़ा जाएगा: उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा

– उपायुक्त ने आगामी शिक्षा सत्र में सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों का दाखिला करवाने व ड्राप आउट रोकने के लिए रूपरेखा की तैयार
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि पढ़ेगा नूंह, बढ़ेगा नूंह शीर्षक के साथ जिला प्रशासन की ओर से आगामी शिक्षा सत्र में सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों का दाखिला सुनिश्चित करने तथा ड्रॉप आउट रोकने के लिए एक अप्रैल से विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों, अध्यापकों, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, अभिभावकों, पंच-सरपंचों, धार्मिक गुरुओं, मौलवियों आदि का सहयोग लिया जाएगा, ताकि जन समुदाय की जागरुकता के साथ जिला नूंह के सभी बच्चों को शिक्षा के साथ जोड़ा जाएगा।
उपायुक्त मंगलवार को जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों, शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एनजीओ के साथ आगामी शिक्षा सत्र के लिए आयोजित किए जाने वाले प्रवेश उत्सव की रूपरेखा तैयार करने के दौरान यह जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रवेश उत्सव आगामी एक अप्रैल से शुरू किया जाएगा, जिसे आगामी दो से तीन महीने तक चलाया जाएगा। इस दौरान जिला प्रशासन के श्रेणी-एक व दो के अधिकारियों को भी प्रवेश उत्सव अभियान में शामिल कर जिम्मेवारी सौंपी जाएंगी। इस अभियान के तहत प्रयास किया जाएगा कि सभी आठवीं पास विद्यार्थियों का दाखिला हर हालत में नौंवी कक्षा में नौवीं पास विद्यार्थियों का दसवीं कक्षा में दाखिल करवाया जाए। इसी प्रकार आंगनवाड़ी में पंजीकृत बच्चों का दाखिल बाल वाटिका में करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। लड़कियों के लिए बालिका शिक्षा वाहिनी रूट के हिसाब से चलाई जाएंगी तथा इसकी जीपीएक सिस्टम से टै्रकिंग की जाएगी। सभी बच्चों को इनरोलमेंट के समय बुक वितरण की जाएंगी।
ड्राप आउट कम करने पर रहेगा फोकस
उपायुक्त ने कहा कि प्रवेश उत्सव अभियान में इस बात पर अधिक फोकस रहेगा कि स्कूलों से कोई भी विद्यार्थी किसी भी कक्षा से ड्राप आउट न करने पाए। इसके लिए समुदाय का भी सहयोग लिया जाएगा। गांवों या शहरों में रहने वाले वे बच्चे जो किसी भी स्कूल में नहीं जा पा रहे, ऐसे बच्चों को भी चिन्हित कर उनका स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा। इस कार्य में सामाजिक संस्थाओं व संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा।
शिक्षा गतिविधियों की निरंतर होगी मॉनीटरिंग
उपायुक्त ने कहा कि स्कूलों में बच्चों की शिक्षा संबंधी गतिविधियों की भी निरंतर मॉनीटरिंग की जाएगी। जिला प्रशासन, एनजीओ, सामाजिक संगठन व संस्थाएं वर्ष भर शिक्षा संबंधी अनेक गतिविधियां आयोजित करवाएंगी। इसके लिए स्कूलों में एक्ट्रा क्लासेज के साथ साप्ताहिक, क्वार्टरली व मंथली टेस्ट लिए जाएंगे तथा बच्चों के शिक्षा स्तर को भी बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
छात्रवृत्ति योजनाओं को भी दिया जाएगा लाभ
उपायुक्त ने बताया कि बच्चों को स्कूलों में इनरोल बढ़ाने के लिए स्कॉलरशिप स्कीमें भी चलाई जाएंगी। अच्छा परिणाम लाने वाले व ड्राप आउट रोकने की दिशा में बेहतर कार्य करने वाले 20 अध्यापकों को प्रति वर्ष सम्मानित किया जाएगा। स्कूलों में बच्चों व अध्यापकों की हाजरी ट्रैक की जाएंगी तथा अच्छा कार्य करने वालों को समय-समय पर प्रोत्साहित किया जाएगा। स्कूलों में बायोमैट्रिक हाजरी जरूरी की जाएगी।
जागरुकता बढ़ाने को होंगे नुक्कड़ नाटक व टैलेंट हंट जैसे कार्यक्रम
उपायुक्त ने बताया कि स्कूलों में अधिक से अधिक बच्चों का दाखिला करवाने व ड्रॉप आउट रोकने के लिए स्कूलों, गांवों में बाल सदन, बाल सभाएं, बाल नुक्कड़ नाटक, टैलेंट हंट, वोकेशनल ट्रैनिंग, इंटर्नशिप कार्यक्रम, अध्यापकों की ट्रैनिंग, चाय विद डीसी, पंच-सरपंच के सहयोग से ग्राम सभाएं व पैरेंट्ïस मीटिंग जैसे कार्यक्रम करवाए जाएंगे।