वन माफिया के बाद अब भेड़-बकरी चरवाहे के निशाने पर आए हरे पेड़

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-आए दिन ठूंठ बनाए जा रहे ने वाले पेड़ों पर सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने जताई चिंता
-वन विभाग के अधिकारियों ने मूंदी आंख, पेड़ कटाई करने वालों के विरुद्ध की कार्रवाई की मांग
City24News/सुनील दीक्षित

कनीना | वन माफिया के बाद हरे पेड़ अब कनीना क्षेत्र में भेड़-बकरी चराने वाले गडरियों के निशाने पर हैं। जो आए दिन हरे पेड़ों को ठूंठ बनाने में जुटे हुए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली सामाजिक संस्थाओं सनातन धर्म उत्थान समिति व जनशक्ति विकास संगठन के पदाधिकारियों ने अंधाधुंध पेड़ कटाई पर चिंता जताते हुए जिला प्रशासन एवं वन विभाग के अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है। विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी ओर से समय-समय पर वृक्षारोपण कर आमजन को पौधारोपण का संदेश दिया जाता है। उनके द्वारा लगाए गए पेड़ों के पीछे वन माफिया के बाद गडरिए पड़े हुए हैं। जिनके द्वारा प्रतिदिन पेड़ों की कटाई की जा रही है। उन्होंने पेड़ों को बचाने वाले सरकारी वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों पर जानबूझकर आंख मूंदने का आरोप लगाया है। वन विभाग की निष्क्रियता के चलते गांव रसूलपुर, रामबास, पडतल, भोजावास, गुढा, धनौंदा, खेड़ी तलवाना, गोमला, बागोत, सुंदरह में हरे पेड़ों की शामत आई हुई है। वन माफिया के बाद अब गडरिए पेड़ों को ठूंठ बनाने में जुटे हुए हैं।
सामाजिक संगठन जनशक्ति विकास संगठन के अध्यक्ष दीपक वशिष्ठ ने बताया कि उनकी ओर से बीते समय क्षेत्र के विभिन्न गांवों व शहर में हजारों पेड़ लगाए गए थे। उन्होंने पेड़ लगाने की मुहिम को अभियान का स्वरूप प्रदान किया था। फिलहाल उनकी ओर से महेंद्रगढ़ जिले को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सामाजिक संगठन की ओर से फ्री में फूलदार पौधे वितरित किये जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए उनका संगठन सदैव सकारात्मक कदम उठाने के लिए तत्पर है। उनकी संस्था द्वारा करीब 25 प्रजाति के फूलदार पौधों को तैयार कर रही है। जिसमें कासमास, स्वीट विलियम, गजानिया, आइस, पिटूनिया, फ्लेक्स और केन्डुला,गेंदा जीआरटू, जगराता, पोपी, कैंडीटफ्ट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मनमोहक फूलों पर काफी कीट पतंगे आते हैं जो इन फूलों के द्वारा अपना भोजन प्राप्त करते हैं जिससे प्रकृति का संतुलन बना रहता है। कोई भी नागरिक, सरकारी व गैर सरकारी संस्था उनकी नर्सरी से निशुल्क पौधे प्राप्त कर सकती है।
सनातन धर्म उत्थान समिति के प्रदेश संयोजक रामरतन शर्मा ने कहा कि पेड़ कटाई कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों की वजह से क्षेत्र में एक्यूआई का स्तर बढा हुआ है। सरकार की ओर से ग्रेप-3 की व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ों की कटाई करने पर उन्हें बड़ी पीड़ा होती है। वन विभाग के अधिकारियों से पेड़ कटाई करने वाले एवं ठूंठ बनाने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

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