शिकायत के बाद खरखड़ा गांव में फॉगिंग का कार्य

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City24news/निकिता माधौगढ़िया
रेवाड़ी। जिले के खरखड़ा गांव में मलेरिया और अन्य मच्छरजनित बीमारियों के फैलने की आशंका को देखते हुए जिला मलेरिया कार्यालय ने तेजी से फॉगिंग और सोर्स रिडक्शन एक्टिविटी को अंजाम देने का निर्देश जारी किया है। यह निर्देश गाँव खरखड़ा निवासी प्रकाश यादव की ओर से आई शिकायत के बाद जारी किया गया है, जिसमें गांव में मच्छरों की बढ़ती समस्या और मलेरिया के खतरों पर चिंता व्यक्त की गई थी।

गौरतलब है कि खरखड़ा गांव में हाल के दिनों में भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी जमा हो गया है, जिससे मच्छरों के पनपने की स्थिति बन रही है। स्थानीय निवासी प्रकाश यादव ने जिला मलेरिया कार्यालय को पत्र भेज कर सूचित किया, जिसमें उन्होंने मच्छरों के कारण उत्पन्न होने वाले स्वास्थ्य खतरों की ओर ध्यान आकर्षित कराया।

प्रकाश यादव ने अपने पत्र में बताया था कि गांव के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से खेतों और खाली पड़े क्षेत्रों में,गलियों व रास्तो में घास व अवांछनीय पौधे सहित पानी के ठहराव से मच्छरों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। इससे मलेरिया और डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसको देखते हुए, उन्होंने फॉगिंग और सोर्स रिडक्शन जैसे उपायों की मांग की।

प्रकाश यादव की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए, उप सिविल सर्जन (मलेरिया), रेवाड़ी ने चिकित्सा अधिकारी, प्रा. स्वा. केंद्र मसानी को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायत की सहायता से फॉगिंग और सोर्स रिडक्शन एक्टिविटी को जल्द से जल्द सुनिश्चित करें।

पत्र में यह भी कहा गया कि फॉगिंग के साथ-साथ, मच्छरों के सोर्स को कम करने के लिए जलभराव वाले क्षेत्रों में उचित उपाय किए जाएं। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रक्रिया के दौरान कोई सुरक्षा चूक न हो। 

जिला मलेरिया कार्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को इस कार्य की जानकारी दी गई है, ताकि किसी भी तरह की देरी या चूक से बचा जा सके। इस आदेश की प्रति सिविल सर्जन रेवाड़ी, प्रवर चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मीरपुर, और बीडीपीओ धारुहेड़ा को भेजी गई है। बबीडीपीओ धारुहेड़ा को विशेष रूप से कहा गया है कि वह फॉगिंग कर इस कार्य का पूरा विवरण मलेरिया कार्यालय को सूचित करें।

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