नाले में गिरा युवक, 12 घंटे बाद निकाला शव
शहर में खुले नाले और गड्ढे बन रहे लोगों की जान के दुश्मन
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। नगर निगम को जहां एक तरफ नालों को साफ करने के आदेश जारी किए गए थे, लेकिन बरसात का मौसम शुरू होने तक भी नालों की सफाई का काम पूरा नहीं हो सका है, ऐसे में जगह जगह नाले खुले पड़े है। बीती रात बरसात के मौसम में एक युवक खाना लेने एक निकला, तो पैर फिसलने के कारण नाले में जा गिरा, हालांकि पुलिस को सूचना युवक के गिरते ही दे दी गई, लेकिन पुलिस ने 12 घंटे बाद रेस्क्यू अभियान चलाया और शव को नाले से बृहस्पतिवार को निकाला, जिस पर युवक के परिजनों का गुस्सा बढ़ गया उनका आरोप है, कि यदि पहले ही पुलिस रात में कुछ करती तो शायद युवक की जान बच सकती थी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ, शहर में बुधवार को करीब तीन घटनाएं इस तरह की घटित हुई, जहां नगर निगम और एफएमडीए के कारण लोगों को जान गवानी पड़ रही है। शहर में खुले पड़े नाले और गड्ढ़ों में गिर कर लोग अपनी जान गवां रहे है और प्रशासन सोया हुआ है।
पहला मामला: बल्लभगढ़ के आदर्श नगर का रहने वाला 22 वर्षीय प्रिंस होटल से खाना लेने गया था। जहां बरसात के कारण उसका पैर फिसला और वह नाले में गिर गया। हादसे के करीब 12 घंटे बाद बृहस्पतिवार को सुबह प्रशासन द्वारा रेस्क्यू शुरू किया गया। कुछ देर बाद ही प्रिंस का शव नाले में लोहे के सरिए में अटका हुआ मिला। लोगों में रोष था कि रात को हादसे की सूचना डायल 112 और स्थानीय पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने बीती को युवक को नाले में खोजने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके चलते युवक की सुबह तक मौत हो गई।
दूसरा मामला: दूसरी घटना बुधवार की शाम को सेक्टर 37 स्थित सामुदायिक भवन के पास हुई। यहां पर एक गड्ढा खोदा हुआ है, लेकिन प्रशासन ने बरसाती मौसम होने के बावजूद इस गड्ढे की ओर ध्यान नहीं दिया। बरसात के कारण पानी भर गया और एक महिला अपने बच्चे समेत उसमें गिर गई। लोगों ने उनको निकाल लिया।
तीसरी घटना: तीसरी घटना भी सेक्टर-37 स्थित सामुदायिक भवन के पास घटित हुई, जहां एक अन्य व्यक्ति बैलेंस बिगड़ने से गड्ढे में जा गिरा। लोगों ने युवक को निकालने का काम शुरू किया, लेकिन बाहर निकालते समय वह फिर से गड्ढे में गिर गया। रिंकू नाम के युवक ने गड्ढे में गिरे व्यक्ति को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला।