विधान सभा चुनावों पर पडने वाले असर को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में शुरू हुआ चर्चाओं का दौर
भिवानी-महेंद्रगढ से कां्रगेस तीन हलकों पर जीती छह पर हारी
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | हरियाणा में लोकसभा मतदान की गिनती होने के बाद सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं चल पडी हैं। विभिन्न पार्टी कार्यकर्ताओं का मानना है कि 4 माह बाद होने वाले विधान सभा चुनावों पर इस चुनाव परिणाम का असर देखेने को मिल सकता है। प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों में से एकआध को छोडकर किसी भी सीट पर त्रिकोण्ीय मुकाबला दिखाई नहीं दिया। जिसका नतीजा कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों के मध्य सीधे मुकाबले का रहा। मतदाताओं की समझदारी से चौटाला परिवार की इनेलो व जेजेपी को साफ कर दिया। माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से जनता ने चुनाव लडा है जबकि भाजपा की ओर से दिगगजों व शासन-सत्ता की ओर से पसीना बहाया गया है। भिवानी-महेंद्रगढ लोकसभा चुनाव क्षेत्र से भले ही 17 उम्मीद्वार चुनाव मैदान में थे लेकिन मुकाबला केवल भाजपा व कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी के बीच रहा। लोहरू,बाढडा तथा दादरी तीन हलकों से कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी राव दान सिंह आगे रहा वहीं भिवानी, तोशाम, अटेली, महेंद्रगढ, नारनौल व नांगल चौधरी के छह हल्कों में भाजपा उम्मीद्वार चौ धर्मबीर सिंह आगे रहे। लोहारू से कांग्रेस पार्टी को 72209 तथा भाजपा को 63890 मत मिले। इसी प्रकार बाढडा से कांग्रेस को 76972 व भाजपा को 49870, दादरी से कांग्रेस को 64588 व भाजपा को 59307 मत मिले। उपरोक्त तीनों हलकों में भाजपा पिछडती दिखाई दी। जबकि भिवानी में कांग्रेस पार्टी को 52383 भाजपा को 81234, तोशाम से कांग्रेस को 65124 तथा भाजपा को 73187, अटेली से कांग्रेस को 56695 तथा भाजपा को 76198, महेंद्रगढ से कांग्रेस को 67008 तथा भाजपा को 71848, नारनौल से कांग्रेस को 40718 तथा भाजपा को 58380, नांगल चौधरी से कांग्रेस पार्टी को 46229 तथा भाजपा को 48821 वोट मिले। पोस्टल बैलेट पेपर में कांग्रेस पार्टी को 5228 तथा भाजपा को 5929 मत मिले। चुनावी नतीजों की मानें तो हरियाणा में क्षेत्रिय दलों का कोई भविष्य दिखाई नहीं दिया। इनेलो,जजपा के अलावा अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशी शुरू से ही पिछडते हुए दिखाई दिए। प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा को 5-5 सीटें मिलने पर पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता विधानसभा के समीकरणों पर अभी से चर्चा करने लगे हैं