कौशल विकास के लिए योजना बनाई जाए- अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक
अतिरिक्त उपायुक्त ने एमएसएमई विभाग के कार्यों की समीक्षा की
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने कहा कि कौशल विकास के लिए जिला से संबंधित एक योजना तैयार की जाए। युवाओं को कौशल के साथ जोड़ने के लिए विभाग वाइज लक्ष्य भी निर्धारित हों, ताकि विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास की संभावनाओं को विस्तृत कर युवाओं को रोजगार के अवसरों के लिए तैयार किया जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त वीरवार को अपने कार्यालय में एमएसएमई विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में कौशल एवं कार्यबल विकास पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। कौशल विकास बेरोजगारी और अल्प रोजगार को कम करने में सहायक होगा और इससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार की संभावनाओं को बल मिलेगा। भविष्य की नौकरियों के लिए लोगों को अपस्किलिंग या रीस्किलिंग में निवेश करना आर्थिक रूप से समझदारी भरा कदम होगा। उद्योग विभाग आज के समय में उद्योग क्षेत्र में स्किल की आवश्यकताओं का पता लगाए और एमएसएमई विभाग को सूचित करें कि उन्हें किस तरह के कोर्स व कौशल विकास के क्षेत्र में अधिक काम करना है।
उन्होंने कहा कि आज के क्षेत्र में जरूरत है कि शिक्षा के साथ-साथ युवाओं के कौशल विकास पर भी अधिक ध्यान दिया जाए। शिक्षा विभाग भी इस क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे सकता है। समय की जरूरत के अनुसार डिमांड व सप्लाई नीति को ध्यान में रखकर कौशल विकास के कोर्स करवाए जाएं। सभी विभाग अपनी कार्यसूची तैयार करें तथा एमएसएमई विभाग को इस बारे में अवगत कराएं। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।