स्वदेशी दिवस के उपलक्ष में राजीव दीक्षित संस्था के द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।

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City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | राजीव दीक्षित संस्था के द्वारा राजीव दीक्षित की जयंती एवं पुण्यतिथि के उपलक्ष में स्वदेशी दिवस और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें स्वदेशी की प्रवक्ता आचार्य राजेश ने कहा राजीव दीक्षित अब एक व्यक्ति नहीं है विचार बन गया है उनका जन्म अलीगढ़ के एक गांव नाह 30 नवंबर 1967 को हुआ और उनकी मृत्यु 30 नवंबर 2011 को हुई। राजीव दीक्षित का एक सपना था मैं भारत को भारतीयता की मान्यताओं के आधार पर फिर से खड़ा करना चाहता है और मैं उसी काम में लगा हूं। उन्होंने अपने जीवन काल में 12000 से ज्यादा व्याख्यान दिए । आजादी बचाओ आंदोलन के तहत विश्व बैंक, काला धन भ्रष्टाचार, व्यवस्था परिवर्तन, व्यवस्था परिवर्तन, स्वदेशी, स्वराज्य, अंतर्राष्ट्रीय मकर जाल में फंसा हुआ भारत, मातृभाषा हिंदी, और स्वदेशी चिकित्सा स्वास्थ्य पर अनेकों व्याख्यान हुए। आचार्य राजेश ने कहा भारतीय शिक्षा भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगी तो नवीनतम तकनीकी का निर्माण होगा। उन्होंने कहा भारत से प्रतिभा पलायन नहीं तकनीकी और स्वदेशी उत्पादों का निर्यात करेगा। तब भारत विश्व गुरु बनेगा अब पुनः भारत को स्वदेशी और स्वराज की ओर बढ़ना होगा तभी हम एक स्वावलंबी भारत का निर्माण कर भारत की खोई हुई प्रतिष्ठा दिलवाकर पुनः विश्व गुरु के पद पर सुशोभित करवा सकते हैं।

आचार्य राजेश ने कहा स्वास्थ्य को अच्छा बनाने के लिए हमें अपने जीवन में रिफाइंड, मैदा, चीनी और यूरिया उत्पादों से बचना होगा यह एक धीमा जहर है जो हमारे शरीर में कैंसर, पैरालिसिस, हार्ट अटैक, अर्थराइटिस, बीपी, शुगर अनेकों बीमारियों को लाते हैं इनसे बचने के लिए हमें घर का बना हुआ रसोई का भोजन करना होगा क्योंकि आहार ही औषधि है इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य प्रकाश डागर ने कहा राजीव दीक्षित के बने हुए मार्ग पर चलना हमारे लिए प्रेरणा है। सभी बच्चों ने स्वदेशी को प्रयोग करने के लिए संकल्प किया।

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