नूंह में गुरु की शान में नगर कीर्तन का भव्य आयोजन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह शहर में रविवार को श्री गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरु की शान में एक भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर का वातावरण पूरी तरह गुरुबाणी और “वाहे गुरु” के जयकारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम की शुरुआत नूंह के गुरुद्वारा साहिब से हुई, जहां दूर-दूर से आए सिंह बंधुओं ने अरदास के साथ नगर कीर्तन का शुभारंभ किया। बैंड-बाजों, आतिशबाजी, गतका पार्टी के करतबों और संगीतमय कीर्तन के बीच संगत ने नगर परिक्रमा करते हुए गुरु का गुणगान किया।
इस मौके पर विशाल लंगर प्रसाद का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया। दिल्ली, राजस्थान, गुरुग्राम, रेवाड़ी, सोहना सहित विभिन्न स्थानों से आए सिख श्रद्धालुओं और गतका कलाकारों ने अपने बेहतरीन करतबों से लोगों में जोश और उत्साह भर दिया।
नगर कीर्तन का आयोजन सरदार गुरूचरण सिंह मलिक, मंजीत सिंह मलिक, गगन मलिक, प्रीतम गुलाटी, पाठी कुलदीप सहित अनेक श्रद्धालुओं के सहयोग से किया गया। नगर परिक्रमा विभिन्न मार्गों से होकर पुनः गुरुद्वारा साहिब पहुंची, जहां समापन अरदास की गई।
इस अवसर पर पंज प्यारे, गुरु का संगीत मंडल, विभिन्न स्कूलों की पीटी छात्र पार्टियां और गतका दलों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का यह आयोजन वर्ष 1967 से हर वर्ष नूंह में निरंतर किया जा रहा है। इस बार भी शहरवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर इसे यादगार बना दिया। पूरा शहर “वाहे गुरु” के जयकारों से गूंज उठा और श्रद्धा, एकता तथा भाईचारे का संदेश प्रसारित हुआ।
विशेष बात यह रही कि इस वर्ष पहली बार अन्य समाज के लोगों ने भी जगह-जगह तोरण द्वार लगाकर संगत का स्वागत किया। उन्होंने चाय, नाश्ता, मिठाई, ठंडा और पानी वितरित कर भाईचारे की मिसाल पेश की।
नगर कीर्तन के दौरान नूंह पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
