किसी भी राष्ट्र  के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम होती है डॉ पूर्ण प्रभा प्राचार्य

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City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। आज राजकीय महाविद्यालय नारनौल के प्रांगण में महिला प्रकोष्ठ और यूथ रेडक्रॉस व राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से सरोजिनी नायडू’ के जयंती के उपलक्ष्य में ‘राष्ट्रीय महिला दिवस’ और महिला सशक्तिकरण कैंप का समापन प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा की अध्यक्षता में किया गया। 
प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा ने विधार्थियों से कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम और अग्रणी होती है। यह खास दिन 13 फरवरी को महिलाओं के अधिकारों और स्वतंत्रता आंदोलन में सरोजिनी नायडू के योगदान को दर्शाने के लिए मनाया जाता है।सरोजिनी नायडू से राष्ट्रीय महिला दिवस का गहरा नाता है। सरोजिनी नायडू भारत की प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी व कवयित्री हैं। उन्हें भारत कोकिला यानी नाइटिंगेल ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। इतना ही नहीं वह आजाद भारत की पहली महिला राज्यपाल भी रही हैं। ब्रिटिश सरकार के खिलाफ देश को आजादी दिलाने के लिए हुए स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। वह हर महिला के लिए प्रेरणा है।
यूथ रेडक्रॉस के नोडल अधिकारी डॉ चंद्र मोहन ने कहा कि आज भारत में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। वे शिक्षा, विज्ञान, कला, खेल, राजनीति, व्यवसाय और अन्य क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रही हैं।महिलाओं ने सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
महिला प्रकोष्ठ की नोडल अधिकारी डॉ पलक ने कहा कि राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं को प्रेरित करने और लैंगिक समानता की दिशा में काम करने का विशेष दिन है।
महाविद्यालय कुलसचिव और राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रोग्राम आफिसर डॉ सत्य पाल सुलोदिया ने कहा कि यह दिवस हमें यह याद दिलाता है कि महिलाएं समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनके योगदान को स्वीकार करना और उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। आज महाविद्यालय में राष्ट्रीय महिला  दिवस के अवसर पर महिलाओं के सम्मान हेतु सभी महिलाओं  प्राध्यापको को तिलक  लगाकर और अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया है।
महिला सशक्तिकरण कैंप का समापन किया गया व ताइक्वांडो कोच मनोहर को महाविद्यालय प्रबंधन की तरफ़ से ट्राफी देकर सम्मानित किया गया। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने डॉ गीता रानी, डॉ मनप्रीत, डॉ  संजीता, डॉ कविता, कीर्ति शर्मा, सोमलता  सैनी, डॉ सुमन यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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