नहीं मिली पूरी मजदूरी, मजदूरों ने लगाई न्याय की गुहार
City24news@सुनील दीक्षित
कनीना | कनीना खंड के गांव करीरा में मनरेगा योजना के अंतर्गत किए गए जोहड़ खुदाई कार्य में मजदूरों की मजदूरी कम दिखाने को लेकर नया मोड आ गया है। जिसे लेकर मजदूर हरियाणा प्रदेश के मंत्री, अधिकारियों सहित केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। जिला उपायुक्त को भेजी गई शिकायत के आधार पर सोमवार को खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कनीना द्वारा इसकी जांच की जानी थी लेकिन नारनौल में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक होने के चलते जांच कार्रवाई नहीं की जा सकी। ग्रामीण मजदूर दारा सिंह, राजोदेवी, ममता, शर्मिला, सुनिता, पूजा, रचना, अंगूरी, ममता, राजवाला, नवी, रामरती, आशा, बिमला, शशीबाला, रामपाल, पिंकी, अभिमन्यू, शुभराम,मुन्ना,मोनिका,बिरेंद्र,महाबीर,सुमन,पुष्पा,अंगूरी,हरद्वारी,जगदीश ने कहा कि उनकी ओर से मई-जून 2023 में भयाला वाली बणी में जोहड़ खुदाई कार्य किया गया था। 14 दिन कार्य करने के बाद उन्हें मनरेगा की निर्धारित मजदूरी 357 रूपये प्रतिदिन की बजाय 78 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी दी गई। जिससे उन्हें करीब 4 हजार रूपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कार्य के दौरान मेठ की ओर से ओर हाजिरी लगाई जाती थी,उसके बाद विभाग के जेई की ओर से असेंसमैंट कर एमबी भरी गई थी। जिसकेे आधार पर उनके बैंक खाते में 1092 रूपये की मजदूरी पंहुची। उनका आरोप है कि सरपंच ने जेई से मिलीभगत कर उनकी हाजिरी कम दिखाई हैं ओर पंचायत की ओर से जोहड़ खुदाई की मिट्टी उठाकर गांव की गलियों एवं निजी हित में प्रयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन मजदूरों ने मौके पर जाकर काम नहीं किया उनके खातों में 4 हजार से 5 हजार रूपये के मध्य की राशि डाली गई है। मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच बीडीपीओ के पास विचाराधीन है। उन्होंने अधिकारियों को शिकायत देकर न्याय की मांग की है।