मरते-मरते राजवती कर गई अनजान के जीवन में उजाला

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City24news@हेमलता

पलवल | हर इंसान चाहता है कि जीवन मे ऐसा कुछ करे कि मरने के बाद भी लोग उसे याद करे। लेकिन इसके लिए कुछ असाधारण काम करने होते है। जिंदगी यह मौका हर किसी को नहीं देती। लेकिन अंतिम समय में इंसान के मन में यह बात जरूर आती है कि काश, मैं भी कुछ असाधारण काम, कुछ अच्छे काम कर पाऊं ताकि मेरा अगला जन्म सुधर जाए।

ऐसा ही पुण्य का कार्य करके न्यू कॉलोनी निवासी स्वर्णकार ऐसोसिएशन के जुगल किशोर वर्मा की धर्मपत्नी राजवती के स्वर्गवास के बाद उनके परिजन ने उनके नेत्र पलवल डोनर्स क्लब की मदद से जिला नागरिक अस्पताल पलवल की  नेत्रदान टीम को करवा दिये। क्लब के संयोजक विकास मित्तल ने बताया कि एक व्यक्ति के द्वारा किए गये नेत्रदान से कम से कम दो लोगों को नेत्र ज्योति दी जा सकती हैं। कमाए हुए धन को दान करने में तो एक बार इंसान संकोच करता है, लेकिन रक्तदान, नेत्रदान व अंगदान करने के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए। इस नेत्रदान में राजकुमार व क्लब की सहसंयोजक अल्पना मित्तल का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने नेत्रदानी परिवार और क्लब का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नेत्रदान महादान है। इससे बड़ा कोई दान नहीं है। हम इससे किसी दृष्टिहीन के अंधेरे जीवन में रोशनी भर सकते हैं। इस अवसर पर जिला नागरिक अस्पताल के नेत्रबैंक की टीम के डॉक्टर महिमा, नेत्रदान काउंसलर दर्शना सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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