कर्मचारी सोमवार के प्रदेश भर के जिला भर में वेतन संबंधी नोटिफिकेशन की प्रतियां जलाएगें
City24news@अशोक कौशिक
नारनौल। आठ फरवरी को हरियाणा वित्त विभाग ने लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का मूल वेतन 19900 से बढ़ाकर 21700 करने का पत्र जारी कर हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मियों के साथ सरेआम धोखा किया है। जिसको कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे। सोमवार हरियाणा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 21700 वेतन संबंधित नोटिफिकेशन की प्रतियां जलाई जाएंगी। उपरोक्त बातें हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष हितेंद्र सिहाग,हेमसा के प्रदेश अध्यक्ष संदीप सांगवान व प्रदेश प्रेस सचिव सुजान मालड़ा ने जारी बयान में संयुक्त रूप से व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों से किए हुए वादे को भूल गई है। हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर गत 12 वर्षों से संघर्षरत है। कांग्रेस के राज में 18 नवंबर 2012 से तत्कालीन वित्त मंत्री हरमोहिंदर चढ्ढा के आवास कुरुक्षेत्र में 477 दिन, भाजपा के राज में 17 दिसंबर 2017 से तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामबिलास शर्मा के आवास महेंद्रगढ़ में 316 दिन धरना दिया। अब गठबंधन की सरकार में 5 जुलाई से 15 अगस्त 2023 तक 42 दिनों की हड़ताल रखी। भाजपा की सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र में लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को मूल वेतन 35400 देने का वादा किया था। लेकिन सभी सरकारों ने लिपिकों के साथ धोखा किया है। जिससे कर्मचारियों में सरकार के प्रति गहरा रोष है।
हेमसा प्रदेश प्रेस सचिव सुजान मालड़ा ने कहा कि हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन की मांग है कि 25 अगस्त 2014 के मंत्रीमंडल के फैसले को लागू कर 0101/2016 से लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का मूल वेतन 19900 से बढ़ाकर 35400 किया जाए। 21700 मूल वेतन का पत्र जारी होने से वर्तमान में लगे हुए किसी भी कर्मचारी को ज्यादा लाभ नही होने वाला है। सरकार द्वारा जारी किए गए पत्र से कर्मचारी संगठनों में भारी गुस्सा है। जिसके चलते हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने आपातकालीन वर्चुअल मीटिंग कर फैसला लिया कि 12 फरवरी को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सरकार द्वारा जारी किए गए पत्र की प्रतियां जलाई जाएंगी।
हमसा प्रदेश अध्यक्ष हितेंद्र सिहाग ने कहा कि 16 फरवरी को अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ व अन्य संगठनों के आह्वान पर होने वाली राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में प्रदेश का शोषित लिपिक ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होंगे।