निम्न कार्बन विकास पर दो दिवसीय मीडिया कार्यशाला का हुआ समापन
सिटी 24 न्यूज/ अशोक कौशिक
नारनौल। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग एवं पर्यावरण अध्ययन विभाग ने सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज, नई दिल्ली के सहयोग से और ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग के सहयोग से ‘निम्न कॉर्बन उत्सर्जन एवं सतत विकास‘ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का बुधवार को समापन हो गया। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कार्यशाला के समापन सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि विद्यार्थी जलवायु परिवर्तन शमन पर काम करके मानव जाति के पक्ष में अपनी भूमिका निभाएंगे।
कार्यशाला के दूसरे दिन की शुरुआत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता से हुई। जिसमें सभी प्रतिभागियों ने इंटरैक्टिव सत्र दौरान कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान का परीक्षण किया। इसके बाद कार्यशाला में जलवायु परिवर्तन संचार विशेषज्ञ श्री निशांत सक्सेना ने तापमान वृद्धि और वातावरण की नमी-वहन क्षमता के बीच संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वायुमंडलीय तापमान में प्रत्येक डिग्री वृद्धि के लिए, नमी वहन करने की क्षमता सात प्रतिशत बढ़ जाती है। उन्होंने पत्रकारिता के विद्यार्थियों को प्रभावी जलवायु परिवर्तन रिपोर्टिंग के लिए आवश्यक उपकरणों और तकनीकों में बहुमूल्य विचार प्रदान की। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने सत्र के समापन में उनके योगदान के लिए अतिथियों, सुश्री अन्नू आनंद, सुश्री वर्निका प्रकाश, सुश्री कविता रखेजा और श्री निशांत सक्सेना के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने उन समस्याओं के बारे में भी बताया जो पत्रकारों को जलवायु परिवर्तन सहित विज्ञान विषय को व्यापक दर्शकों तक संप्रेषित करते समय सामना करना पड़ता है। इस कार्यशाला में प्रतिभागियों ने कुरहावटा गांव में बायोमास गैस संयंत्र का दौरा भी किया। इस व्यावहारिक अनुभव ने प्रतिभागियों को बायोमास गैस के प्रत्यक्ष उत्पादन और उपयोग और जलवायु परिवर्तन को कम करने में इसके संभावित लाभों को जानने समझने का अवसर मिला। समापन सत्र के दौरान प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। समापन सत्र में डॉ. मोना शर्मा, डॉ. सुरेंद्र, डॉ. भारती बत्रा, आलेख एस.नायक, डॉ. विक्रम व डॉ. अनूप यादव सहित शिक्षक, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।