हकेवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का होगा आयोजन 

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सेंटर फॉर मीडिया स्टडी एवं आस्ट्रलिया उच्चायोग के सहयोग से होगा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

सिटी 24 न्यूज/अशोक कौशिक 
नारनौल। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ का पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग 30 व 31 जनवरी को संेटर फॅार मीडिया स्टडीज नई दिल्ली व आस्ट्रेलिया उच्चायोग के सहयोग से निम्म कार्बन उत्सर्जन एवं सतत विकास विषय पर दो दिववसीय कार्यशाला का आयोजन करने जा रहा है। इस कार्यशाला के उदघाटन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। 

सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज की निदेशक अन्नू आनंद ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य युवा पीढ़ी को कार्बन उत्सर्जन से पैदा होने वाले खतरों के बारे में अवगत करवाना है। इसी उद्देश्य के साथ इस दो दिवसीय कार्यशाला को आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि देश भर में इस अभियान की शुरूआत सेंटर फॅार मीडिया स्टडीज ने आस्ट्रेलिया उच्चायोग के सहयोग से की है। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग एवं पर्यावरण अध्ययन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में हो रही इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को निम्न कार्बन उत्सर्जन से होने वाले खतरों से आमजन को जागरूक करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला के संयोजक एवं पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज एवं भारत में आस्ट्रेलिया उच्चायोग के सहयोग से आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में मौसम विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन व पत्रकारिता एवं जनसंचार से जुड़े विशेषज्ञ पर्यावरण जैसे विषयों पर लेखन एवं रिपोर्टिंग के लिए विद्यार्थियों को प्रशिक्षत करेंगे। उन्होंने बताया कि सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज की निदेशक अन्नू आनंद, ग्रीनटैक नोलेज सोल्युशन की निदेशक वरनिका प्रकाश, मौसम विज्ञान संचार विशेषज्ञ निशांत सक्सेना, प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर कविता रखेजा, संयोजक समृद्धि एवं यश वशिष्ठ विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे। 

डॉ. शर्मा ने बताया कि इस कार्यशालया का उदेश्य भविष्य के लिए ऐसे संचारक एवं पत्रकार तैयार तैयार करना है जो समाज को वैश्विक स्तर पर मौसम में आ रहे बदलावों के लिए तैयार कर सकें। विद्यार्थियों को आस पास के क्षेत्रों का भ्रमण भी करवाया जाएगा ताकि वे स्थानीय स्तर की समस्याओं के बारे में भी लिख सकें। पर्यावरण अध्ययन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मोना शर्मा ने बताया कि यह कार्यशाला पत्रकारिता एवं र्प्यावरण अध्ययन विभाग के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण होने वाली है। उन्होंने बताया वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन धरती पर इंसानी जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा है। आज भी दुनिया पर्यावरण से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से लड़ रही है। ऐसे में इन समस्याओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पत्रकारों एवं पर्यावरणविद्वों की एक नई पीढ़ी को तैयार करने की जरूरत है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए दोनों विभागों के संयुक्त तत्वाधान में इस राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।

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