स्मार्ट फेलोशिप योजना से सशक्त बनेंगी महिलाएं
- डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन और मानव रचना ने किए समझौते पर हस्ताक्षर
- एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड सहयोग देगा वर्कवर्स की द स्मार्ट फेलोशिप योजना में , निमाया फाउंडेशन बतौर प्रोग्राम सलाहकार के रूप में होगा शामिल
- छात्राओं व महिलाओं को महत्वाकांक्षी करियर बनाने में मदद देगी स्मार्ट फेलोशिप योजना
city24news@ब्यूरो
फरीदाबाद | डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन और मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) ने नव्या नवेली नंदा द्वारा स्थापित निमाया फाउंडेशन और सम्यक चक्रवर्ती द्वारा स्थापित वर्कवर्स के साथ स्मार्ट फेलोशिप योजना के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस फेलोशिप योजना का उद्देश्य पिछड़े इलाकों की महिलाओं व छात्राओं को सक्षम बनाकर महत्वकांक्षी लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोग देना है। शुरुआत में 60 वंचित छात्राओं को कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। स्मार्ट फेलोशिप वर्कवर्स की प्रेरक योजना है, जिसे एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड सहयोग देगा, साथ ही बतौर प्रोग्राम सलाहकार निमाया इसमें शामिल है।
परिसर में हुए कार्यक्रम में डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन डॉ. एनसी वाधवा और वर्कवर्स के संस्थापक श्री सम्यक चक्रवर्ती ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर एमआरईआई के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला और निमाया फाउंडेशन की संस्थापक नव्या नवेली नंदा सहित डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन, निमाया फाउंडेशन, वर्कवर्स और एस्कॉर्ट्स कुबोटा के अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे।
इस प्रस्तावित योजना का मुख्य मकसद छात्राओं व महिलाओं में उद्यमशील मानसिकता, सकारात्मक सोच, आत्मविश्वास, कौशल विकास कर उनकी सामाजिक व आर्थिक बाधाओं को दूर कर उन्हें 21वीं सदी का कौशल प्रदान करके महत्वाकांक्षी करियर बनाने में सक्षम बनाना है। कार्यक्रम के तहत महिलाओं व छात्राओं को एक्सपर्ट्स के साथ मास्टर क्लास, कार्यस्थल बुद्धिमता कौशल, प्लेसमेंट को लेकर पांच हफ्तों में 70 घंटे ट्रेनिंग दी जाएगी। इस कार्य़क्रम के तहत जरूरी कौशल के साथ ही पांच सप्ताह की सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसमें प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षकों, सीईओ, संस्थापकों और विशेषज्ञों के साथ मास्टर क्लास के साथ ही एनिमेटेड मॉड्यूल व लाइव कक्षाओं के जरिए भी सिखाया जाएगा।
“वर्कप्लेस इंटेलिजेंस प्रोफ़ाइल” 10 मॉड्यूल पर छात्रों के प्रदर्शन का आंकलन करता है। कार्यक्रम इस योजना के तहत छात्रों को की रूचि और उत्साह बनाए रखने के लिए नियमित चर्चा के साथ ही उचित पठन सामग्री भी दी जाएगी।
योजना के पहले बैच में डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन ने बल्लभगढ़ स्थित बालाजी कॉलेज ऑफ एजुकेशन की छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए चुना है। कॉलेज भी पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए छात्राओं की न्यूनतम 85 फीसदी व्यक्तिगत उपस्थिति सुनिश्चित करेगा। इस कार्यक्रम के दौरान लाभार्थियों के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्राओं को स्मार्ट फेलोशिप पाठ्यक्रम की संरचना और इसके लाभों के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा, “स्मार्ट फ़ेलोशिप योजना एक व्यापक कार्यक्रम प्रदान करता है, जोकि पारंपरिक योजनाओं से बेहतर है और इसमें उद्योगों के दिग्गजों से होनहार प्रतिभाओं को मार्गदर्शन मिलेगा। निमाया की इस पहल से छात्राओं और महिलाओं के विपरित परिस्थितियों के चलते अधूरे रहे सपने पूरे हो सकेंगे। यह प्रयास फ़रीदाबाद में हमारे द्वारा गांवों और स्कूलों को गोद लेने की दिशा में शुरू किए गए हमारे प्रयासों की तरह लोगों का कौशल तराशने और उन्हें सही मंच देने की दिशा में कानम करेगा।
डॉ. एनसी वाधवा ने कहा, “यह सहयोग हमारे दूरदर्शी संस्थापक डॉ. ओपी भल्ला जी के दृष्टिकोण के अनुरूप है। डॉ. ओ.पी. भल्ला फाउंडेशन ने शिक्षा, कौशल विकास, लैंगिक समानता और स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में बहु-विषयक दृष्टिकोण अपनाया है और इन पहलों से हर साल हजारों लड़कियां लाभान्वित होती हैं। यह सहयोग हमें उन्हें और स्वस्थ और बेहतर जीवन जीने के लिए सशक्त और स्वावलंबी बनाने में सहयोग देगा।
इस मौके पर नव्या नवेली नंदा और सम्यक चक्रवर्ती ने संयुक्त रूप से कहा कि, “भारत की 49% आबादी महिलाएं हैं, और उन्हें भारत के आर्थिक इंजन की रफ्तार संभालने में सक्षम बनाया जाए तो इससे घरेलू स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगें। आज काम की बदलते स्वरूप के साथ कौशल विकास के मायने भी बदल चुके हैं। रटने का कौशल अब निरंतर करियर प्रगति के लिए काफी नहीं है। इसलिए योजना के तहत समय की मांग के मुताबिक जरूरी कौशल क्षमताओं का विकास किया जाएगा।