फर्जी मार्कशीट से चुनाव लडऩे वाली सरपंच पर जांच के साथ कार्रवाई की मांग

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शिकायत देने के बाद भी अधिकारी नहीं कर रहे हैं कार्रवाई

city24news@अनिल मोहनिया
नूंह जिले के तावडू खंड स्थित गांव बेरी निस्फी में पंचायत चुनाव में नवनिर्वाचित सरपंच पर दसवीं की फर्जी मार्कशीट के आधार पर चुनाव लडऩे का मामला सामने आया है। इस मामले में शिकायत देने के बाद भी अभी तक अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों ने उपायुक्त, अतिरिक्त उपायुक्त, तावडू एसडीएम के अलावा सीएम विंडो में शिकायत दी है इसके बाद भी अधिकारी सरकार के पारदर्शिता नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उपायुक्त को दी शिकायत में शिकायकर्ता अब्दुल्ला पुत्र वजीर खां निवासी गांव बेरी निस्फी ने बताया कि उनके गांव की सरपंच सुरैया बेगम ने बीते साल गांव की सरपंच चुनाव में उतर प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल बोर्ड से 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट के आधार पर चुनाव लड़ा। फर्जी होने के बाद इसकी जांच भारतीय शिक्षा बोर्ड मंडल उतर प्रदेश से कराई गई। जिसमें उतर प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल बोर्ड को अपनी लिस्ट में होना नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि हरियाणा बोर्ड सचिव ने उपरोक्त बोर्ड को फर्जी बोर्ड घोषित कर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसकी कॉपी भी शिकायत के संलगन है। जिससे साफ जाहिर कि आरोपी सुरैया बैगम ने फर्जी बोर्ड से कक्षा पास की फर्जी मार्कशीट बनवाकर चुनाव लडक़र ग्रामीणों व प्रशासन के साथ धोखा किया है। उन्होंने उपायुक्त से मांग की जल्द से जल्द इसकी जांच के बाद आरोपी सरपंच पर कार्रवाई की जाए। सरपंच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सरपंच के पद से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने बताया कि चुनावों के समय में सरपंच ने 10वीं की मार्कशीट लगाई थी जोकि फर्जी घोषित हो जाने पर अब सरपंच अफसरों से मिलकर आठवीं की मार्कशीट को कागजात के साथ संलग्न करना चाहती है। उनके द्वारा आरटीआई के तहत बीडीपीओ तावडू से प्राप्त कि सरपंच के नामांकन पत्र कि कॉपी साथ संलग्न है। उन्होंने बताया कि इस बारे में बीते 6 फरवरी 2023 को भी तावडू एसडीएम को शिकायत दी थी। लेकिन अधिकारियों ने उनकी शिकायत को कागजों में दबा दिया। बता दें कि नूंह जिले में फर्जी दस्तावेज के आधार पर चुनाव लडऩे वाली कई सरपंचों पर अभी तक उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कार्रवाई की है। प्रदेश सरकार ने शिक्षित लोगों को आगे लाने के लिए पढ़े लिखे को पंच सरपंच बनाने की पहल की थी लेकिन नूंह जिले में अज्ञानता के कारण कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेज का सहारा लेकर सरपंच पद की कुर्सी हथिया ली। अब देखना होगा कि उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा द्वारा इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है। इस बारे में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है जांच के बाद दोषी पाए जाने वाली सरपंच पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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