राष्ट्रीय राजमार्ग पर कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण का हृद्याघात से निधन
- धरना संघर्ष समिति का सक्रिय सद्स्य था मृतक
- ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजा तथा परिजन को नौकरी देने की मांग की
city24news@सुनील दीक्षित
कनीना | राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग-बागोत के बीच वाहनों के एंट्री-एगिजिट कट देने की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा बीती 13 मार्च से शुरू किये गये अनिश्चतकालीन धरने पर बैठे एक ग्रामीण की ठिठुरती सर्दी के चलते हृद्याघात से मौत हो गई। धरना संघर्ष समिति के प्रधान विजय सिंह तथा सूबेदार सुखबीर सिंह ने बताया कि जिंदगी के आखिरी पडाव तक धरने पर डटे रहने वाले पंडित गौरी शंकर,52 वर्ष वासी बाघोत को उस समय हृद्याघात हुआ जब वे धरना स्थल पर बैठे थे। अचानक से उनके सीने में दर्द हुआ धरना स्थल पर बैठे ग्रामीण उन्हें तत्परता से सेहलंग के निजी अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार कर दिया। दूसरे दिन तकलीफ के चलते उसे पुन: अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। धरनारत ग्रामीणों ने उन्हें शहीद मानते हुए सरकार से मृतक ग्रामीण के परिजनों को उचित मुुआवजा तथा परिवार के सद्स्य को नौकरी देने की मांग की है। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने दो मिनट का मौन धारण कर उनके निधन पर शोक जताया है। ग्रामीणों ने कहा कि धरना कमेटी के सक्रिय सद्स्य रहे गौरी शंकर की शहादत व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। केंद्र एवं प्रदेश सरकार मनमर्जी पर उतर रही है। भविष्य में होने वाले लोकसभा तथा विस चुनावों में इसका खामयाजा भुगतना पड़ेगा। साढे 10 माह के आदोंलन के दौरान दर्जनभर से अधिक ग्रामीण बिमार हो चुके हैं जिनका कहीं-न-कहीं उपचारी जारी है। सरकारें जानबूझ कर उनकी मांग को अनदेखा कर रही हैं। सूूबेदार सुखबीर सिंह ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना मंगलवार को 310वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता नरेंद्र शास्त्री छितरोली ने की। उन्होंने कहा कि पिछले साढे 10 माह से जारी धरने को लेकर सरकार की ओर से कट बनाने का आश्वासन मिला लेकिन कार्य शुरू नहीं किया गया। प्रदेश के डिप्टी सीएम ने भी धरना स्थल पर आकर जल्द निर्माण कार्य करवाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि जब तक कट का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो जाता तब तक उनका धरना जारी रहेगा। इस मौके पर इस मौके पर सरपंच हरिओम पोता, डॉ. लक्ष्मण सिंह,पहलवान रणधीर सिंह, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह,पहलवान धर्मपाल, रामकिशन, ठेकेदार शेर सिंह, चेयरमैन सतपाल, सूबेदार हेमराज अत्री,पंडित मनीराम, दाताराम पूर्व सब इंस्पेक्टर रामकुमार, प्रधान कृष्ण कुमार, पूर्व सरपंच हंस कुमार,सुरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार पंच,सतनारायण, वेद प्रकाश, ओमप्रकाश, रामभज, डॉ. रामभक्त, रोशन लाल आर्य,सीताराम करतार सहित ग्रामीण हाजिर थे।