जिला पलवल लिंगानुपात के मामले में हरियाणा प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंचा
जिले में अब एक हजार लडक़ों पर 946 लड़कियों ने जन्म लिया है
city24news@(ऋषि भारद्वाज
पलवल | प्रदेश सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटी के जन्म को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाओं को चलाया हुआ है। उन योजनाओं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की सक्रियता की वजह से ही पलवल में लिंगानुपात में लगातार सुधार हो रहा है। सरकार ने सुकन्या योजना, लाडली बेटी सहित तमाम तरह की योजनाएं चलाई हुई है। स्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक कई तरह की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा पलवल स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गर्भ में पल रहे भूर्ण के लिंग की जांच करवाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर उन पर लगातार कार्रवाई कर रही है। गुप्त सूचना के आधार पर पलवल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा केवल पलवल में ही नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश तक छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। जिससे कि लिंगानुपात में और भी सुधार हो सके। जिला सिविल सर्जन की माने तो उनका लक्ष्य है कि पलवल में 1000 लड़कों के मुकाबले 1000 लड़कियां ही जन्म लें। आपको बता दे पलवल जिले के हथीन विधानसभा क्षेत्र का गांव घुड़ावली लिंगानुपात के मामले में पूरे प्रदेश में सबसे ऊपर है। इस गांव में 1000 लड़कों के मुकाबले 1311 लड़कियां ने जन्म लिया है। जल्द ही इस गांव की तीन मेधावी छात्राओं को बेस्ट विलेज अवॉर्ड स्कीम के तहत जिला प्रशासन की तरफ से 1 लाख 50 हजार रुपये की राशि के चेक वितरित करके सम्मानित किया जाएगा। जिसमे गांव की तीन मेधावी छात्राओ पाकीजा को 75 हजार रुपये, फिजा को 45 हजार रुपये और खुशबू को 30 हजार रुपये की राशि के चेक देकर उनका उत्साह वर्धन किया जाएगा। सम्मानित करने के लिए इन छात्राओं को वर्ष 2022 के मैट्रिक के रिजल्ट के अनुसार चुना गया है। जिला सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कुमार गर्ग ने बताया कि पलवल जिले में लिंगानुपात की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीएनडीटी एक्ट को प्रभावी रूप से लागू किया गया है। सरकार की हिदायतों के अनुसार प्रसव पूर्व लिंग जांच करवाना कानूनी अपराध है। इस कार्य में अगर किसी भी व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है। तो उसके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया अमल में लाई जाती है। इस कार्य में यदि किसी अल्ट्रासाउंड केंद्र की संलिप्तता पाई जाती है। तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाती है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव करना चाहिए। बेटा और बेटी एक समान होते है। बेटियां बेटो से कम नहीं है। बेटियों को जन्म लेने दें और उनको आगे बढ़ाऐं। बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।