अधिक ठंड पड़ने पर आवश्यक सावधानियां बरतें नागरिक : उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा
सर्दी के दौरान रात्रि में खुले स्थानों पर समय व्यतीत करने से करें परहेज
city24news@ अनिल मोहनियां
नूंह | जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं भारत मौसम विज्ञान केन्द्र तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा के द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश में सामान्यतः दिसम्बर से जनवरी माह के बीच ठंड की व्यापकता और तीक्ष्णता कभी-कभी शीतलहर का रूप ले लेती है। उपायुक्त ने ठंड के दौरान लोगों से आवश्यक सावधानियां बरतने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि सामान्य तापमान 10 डिग्री सेन्टीग्रेट से कम होने पर शीतलहर उत्पन्न होती है। जनसाधारण को चाहिए कि शीतलहर के समय जहां तक हो सके घर से बाहर आवश्यक कार्यों हेतु दिन में निकले। उपलब्ध गर्म व ऊनी कपडों को पहना जाना चाहिए। रात्रि के समय यदि बाहर कार्य करने की नौबत आये तो अपने पास अलाव तापने की व्यवस्था करनी चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि शीतलहर के समय ज्यादातर गर्म भोजन का सेवन करना चाहिए, गुड व तिल से बने पदार्थो का सेवन करने से ठंड का प्रतिरोध करने में आसानी रहती है । सबसे अहम बात शारीरिक श्रम की है, यदि व्यक्ति रोजाना शारीरिक श्रम व व्यायाम सुबह के वक्त करे और तेल की मालिश करे तो शीतलहर से बचाव करने में सहायता मिलती है। शीतलहर के कारण जिन व्यक्तियों के हाथों व पैरों की उगलियों में सूजन आ जाती है। उन्हें धूम्रपान नहीं करना चाहिए। शीतलहर से बचाव हेतु भ्रमणशील लोगों को रात्रि के समय रैन बसेरों, सार्वजनिक भवनों व धर्मशालाओं में समय व्यतीत करना चाहिए। खुले स्थानों पर रात्रि का समय व्यतीत करने में परहेज करना चाहिए।