10 तक हो सकती बारिश,फसलों को होगा फायदा
अत्यधिक ठंड से बढ रही ठिठुरन
city24news@सुनील दीक्षित
कनीना सहित पूरे उत्तर भारत में पड़ रही कडाके की ठंड के चलते सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
नागरिक अपने आप सहित दुधारू पशुओं को ठंड से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। सर्दी से बचाव के लिए खाने का विशेष ध्यान रखा जा रहा है वहीं गर्म एवं ऊनी कपडों की मांग बढ रही है। घरों में दुबके ग्रामीण जरूरत होने पर ही ग्रामीण घरों से निकल रहे हैं। ठंड के चलते रोजमर्रा की जिंदगी भले ही ठहरी है लेकिन रबि फसलों के लिए यह वरदान साबित हो रही है। सरसों एवं गेहूं की फसल पूरे शबाब पर है। माना जाता है पौष व माघ दो महिने गहन ठंड के होते हैं। इन महिनों में ठंड का प्रकोप बना रहता है। पिछले दस दिनों के अंतराल में रविवार को सूर्य दिखाई दिया था। सोमवार को बादलवाई होने से पुन: सूर्य नहीं निकल सका। कडाके की सर्दी से बचाव के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के नागरिक अलाव जलाकर सर्दी दूर करने का प्रयास करने पर मजबूर हैं। क्षेत्र में धुंध कम तथा ठंड अधिक के हालात बने हुए हैं। सोमवार को कनीना क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री व अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक्यूआई 346 दर्ज किया गया जिसे वेरी पूअर माना गया है। कृषि विभाग के डॉक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते 10 जनवरी तक बारिश होने से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। बढी हुई ठंड से फसलों को फायदा हुआ है। रबि फसल की बंपर पैदावार होने की संभावना है।