मुख्य सचिव संजीव कौशल ने की नूंह में आकांक्षी जिला कार्यक्रम की समीक्षा
कहा, सभी विभाग विकास कार्यों के लक्ष्य व समय सीमा तय करें तथा बेहतर कार्य से नूंह अग्रणी जिला बनाएं
city24news@अनिल मोहनियां
नूंह | मुख्य सचिव हरियाणा संजीव कौशल ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हाल में आकांक्षी जिला कार्यक्रम नूंह की समीक्षा बैठक की, जिसमें उनके साथ वित्त एवं योजना विभाग के एसीएस अनुराग रस्तोगी, गुरुग्राम मंडल के आयुक्त एवं मेवात विकास एजेंसी के चेयरमैन आरसी बिधान, उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा, अतिरिक्त उपायुक्त रेनू सोगन, प्रशिक्षु आईएएस राहुल, जिला परिषद के सीईओ प्रदीप अहलावत व सीएमजीजीए वैभव सहित जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल स्त्रोत व बेसिक इंस्फ्रास्ट्रक्चर पर विस्तृत समीक्षा की और कहा कि नीति आयोग द्वारा नूंह जिला के विकास पर अधिक फोकस किया जा रहा है। भारत सरकार व हरियाणा सरकार भी नीति आयोग के नार्म्स अनुसार नूंह जिला के विकास के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि सभी जरूरी बिंदुओं पर कार्य करते हुए इसके प्रस्ताव सरकार को भिजवाएं जाएं, ताकि सभी कार्यक्रमों व योजनाओं पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि सभी विभाग विकास कार्यों के लक्ष्य व समय सीमा तय करें तथा उस योजना व कार्यक्रम पर स्टेट की स्थिति से बेहतर कार्य करें, तभी नूंह को अग्रणी जिला की श्रेणी में शामिल किया जा सकता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण पर स्वास्थ्य विभाग जमीनी स्तर पर कार्य करे। महिलाओं की संस्थागत डिलीवरी के आंकड़े अच्छे हैं, इसे निरंतर बनाए रखा जाए। गर्भवती महिलाओं के पोषण पर पूरा ध्यान दिया जाए। बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा कि बच्चों की शिक्षा, उनके कौशल विकास पर पूरा काम किया जाए। बालिका वाहिनी शुरू करने से लड़कियों का स्कूलों से ड्राप आउट कम हुआ है, इस प्रकार के कार्यक्रम को और विस्तृत किया जा सकता है। शिक्षा सहायक के भी सकारात्मक परिणाम आने शुरू हुए हैं। उन्होंने कहा कि नूंह जिला में अच्छी गुणवता के टमाटर व प्याज की खेती होती है। इन किसानों को भावांतर योजना का लाभ जरूर दिया जाए। इसके साथ ही यहां पर बड़ी सब्जी मंडी तैयार करने जैसे प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भिजवाए जाएं। खेतों में फव्वारा पद्धति से सिंचाई की योजनाओं पर तेजी से कार्य किया जाए। मिकाडा के माध्यम से गांव आकेड़ा में कैनाल बेस्ड इस योजना पर कार्य शुरू हो चुका है, जोकि मार्च तक पूरा हो जाएगा। इसी प्रकार कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को फसल बीमा योजना से भी अवश्य जोड़े, इसके लिए जरूरी आईईसी गतिविधियां बढाएं। किसानों के सॉयल हेल्थ कार्ड बनाएं। पशुपालन विभाग पशुधन योजना को बढ़ावा दें तथा इसके लिए जरूरी सब्सिडी व ऋण आदि उपलब्ध करवाएं। नूंह क्षेत्र में स्किल डेवल्पमेंट पर काम की अपार संभावनाएं हैं, जिसमें ड्राइविंग मुख्य हैं। इस योजना पर भी काम किया जाए।