ए एफ आई में रजिस्टर्ड खेल प्रशिक्षक को ही मिलेगी प्राथमिकता।
-खेल प्रशिक्षक के रजिस्ट्रेशन की वजह से खिलाड़ी रहेंगे मादक पदार्थों से दूर।
-एथलेटिक्स हरियाणा ने खिलाड़ियों के हित में लिया बडा फैंसला।
-30 जनवरी 2026 तक एथलेटिक्स खेल से संबंधित खेल प्रशिक्षकों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य।
-ए एफ आई में बिना रजिस्ट्रेशन खेल प्रशिक्षण नहीं दे सकेंगे एथलेटिक्स कोच।
City24News/सुनील दीक्षित
फरीदाबाद | सत्यवीर धनखड फरीदाबाद मीडिया प्रभारी खेल ने जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि एथलेटिक्स हरियाणा ने कोचिंग सिस्टम अथवा खेल प्रशिक्षण को बेहतर बनाने के लिए कडा फैंसला लेते हुए
एथलेटिक फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा एथलेटिक्स कोचों के लिए अनिवार्य रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। फेडरेशन ने स्पष्ट किया है कि अब खेल प्रशिक्षकों के पंजीकरण के बिना कोई भी कोच खिलाड़ियों को परीक्षण नहीं दे सकेगा और न ही एथलेटिक्स खेल से जुड़ी किसी गतिविधि में भाग ले पाएगा।
प्रदीप मालिक महासचिव एथलेटिक्स हरियाणा ने कहा कि यह एक बेहतर कदम है, इससे कुशल खेल प्रशिक्षक सामने आएंगे और इससे खेल के प्रति जागरूकता पर भी अनुकूल असर पड़ेगा। जो कि खेल एवं खिलाड़ी दोनों के हित में होगा। इसके लिए सभी जिलों के संघ अध्यक्ष एवं सचिव को अवगत करवाया जा रहा है कि वह अपने अपने जिले के खेल प्रशिक्षकों को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने के दिशा निर्देश जारी करें।
खेल प्रशिक्षक को खेल प्रशिक्षण देने के लिए रजिस्टर्ड करने के लिए आन-लाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल 15 दिसंबर से 2025 से 30 जनवरी 2026 तक खुला हुआ है।
सफल पंजीकरण के बाद खेल प्रशिक्षक को यूनीक रजिस्ट्रेशन नम्बर और आधिकारिक पहचान पत्र जारी किया जाएगा,जिसकी जानकारी संबंधित खेल प्रशिक्षक को जी मेल के माध्यम से प्रदान कर दी जाएगी।
राजकुमार मिटान एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ग्रीवेंस कमेटी सदस्य ने बताया कि जो भी एथलेटिक्स खेल प्रशिक्षक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं करते हैं तो वह आधिकारिक तौर पर प्रशिक्षण देने के पात्र नहीं माने जाएंगे और साथ में यह भी जानकारी दी कि एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में रजिस्टर्ड कोई भी खेल प्रशिक्षक फेडरेशन से बाहर गैर मान्यता प्राप्त किसी भी खेल संस्था के खेल आयोजन में ड्यूटी देते हुए पाया जाता है तो,उस खेल प्रशिक्षक पर फेडरेशन लिखित रूप में अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी। जिसके लिए खेल प्रशिक्षक स्वयं जिम्मेदार होगा।
