13 स्कूलों के अपग्रेडेशन को लेकर पीएमओ पहुंचा मेवात आरटीआई मंच

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-मुख्यमंत्री के सामने पांच बार उठा मुद्दा, ड्रॉपआउट रोकने में सरकार नाकाम 
-नांगल मुबारिकपुर में यूनिवर्सिटी स्थापित करना वक्त की जरूरत 
City24News/अनिल मोहनिया

नूंह | नीति आयोग के सबसे पिछड़े जिलों में शामिल हरियाणा प्रदेश का नूंह बालिका ड्रॉपआउट बढ़ता जा रहा है। शिक्षकों की कमी और स्कूलों का समय पर अपग्रेड न होने के कारण दो दर्जन से अधिक गांवों में छात्राएं बीच में ही पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं। इस मुद्दे को लेकर प्रख्यात स्वयंसेवी संगठन मेवात आरटीआई मंच अब प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है। मेवात आरटीआई मंच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे पत्र में जिले के 13 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को 12वीं कक्षा तक अपग्रेड करने की मांग की है। इनमें फिरोजपुर झिरका खंड के नावली, बसई मेव, हिरवाड़ी, बाई खेड़ा, नगीना खंड के रीठट, गोहाना, जलालपुर फिरोजपुर, तावडू खंड के खोरी कलां व सीलखो, नूंह खंड के सुडाका, रोजका मेव, सलंबा, मुरादबास तथा पुन्हाना खंड के जेतलका व तिरवाड़ा स्कूल शामिल हैं। मेवात आरटीआई मंच के संरक्षक राजूद्दीन ने बताया कि जिले में ड्रॉपआउट रोकने के लिए 28 स्कूलों का चयन वर्ष 2022 में किया गया था, लेकिन 22 अक्टूबर को केवल कंसाली, चंदेनी और आकेड़ा गर्ल्स स्कूल ही 12वीं कक्षा में अपग्रेड हो सके। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के समक्ष पांच बार उठाया जा चुका है। राज्य पुरस्कार विजेता सबिला जंग ने कहा कि बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार को गंभीरता दिखानी होगी। नूंह में दर्जनों स्कूलों का अपग्रेडेशन और गांव नांगल मुबारिकपुर में विश्वविद्यालय की स्थापना समय की आवश्यकता है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सगीर ने कहा कि एनजीओ के आह्वान पर दाता सरकार को भेजा है। नगीना बीईओ गीता आर्य ने कहा, खंड से 3 स्कूलों की सिफारिश गई है।

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