महर्षि दयानंद के जयंती पर ऐतिहासिक 11 कुण्डीय यज्ञ का आयोजन
city24news@रोबिन माथुर
हथीन उपमंडल के ऐतिहासिक गांव बहीन में रविवार को महर्षि दयानंद सरस्वती के जंयती के उपलक्ष्य में दादा भूमिया मंदिर पर 11 कुण्डीय वैदिक यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसके ब्रह्मा पंतजलि जिला यज्ञ प्रभारी डॉक्टर युद्धवीर आर्य रहे। उक्त जानकारी देते हुए भारत स्वाभिमान हथीन के तहसील प्रभारी मास्टर बिजेंद्र सिंह सहरावत ने बताया कि इस यज्ञ में 11 जोड़े सम्मिलित हुए और यह 11 कुण्डीय यज्ञ किया गया। जिसके मुख्य यजमान शेर सिंह रावत, भूपराम रावत, हरि सिंह रावत, धर्मवीर रावत, जगदीश रावत, डॉ मुकेश, डॉक्टर कुमर, विक्रम सरपंच, जिला परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि मनोज रावत, भगवत रावत, लख्मी, ओमवीर पंडित, मांगेराम पंडित, तुलसी, लवकुश रावत सहित अनेकों बच्चों व मातृशक्तियों ने इसमें आहुति लगाई। इस अवसर पर यज्ञ के ब्रह्मा डॉक्टर युद्धवीर ने कहा कि स्वामी दयानंद ने माता-बहनों को यज्ञ में सम्मिलित होने व शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार दिलाया तथा उन्होंने वेदों की ओर लौटो का नारा प्रदान किया और यह बताया गया कि जब तक वैदिक शिक्षा हमारे देश में रही हमारा देश ज्ञान विज्ञान ऐश्वर्य में सर्वश्रेष्ठ रहा, सर्वोपरि रहा देश सोने की चिड़िया कहलाया। जैसे ही वैदिक शिक्षा का अभाव हुआ हमारे देश में धन की कमी हुईऔर देश गरीबी की तरफ बढ़ा। इस समय राजनीतिक चेतना और लोगों के प्रयास से पुनः वैदिक सभ्यता स्थापित हो इसका प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर वेद प्रचार मंडल पलवल की तरफ से स्वामी दयानंद रचित पुस्तकों का वितरण भी किया गया।