मेवात के किसानों ने किसान नेता पीआर पांडियन की रिहाई को लेकर डीसी की मार्फत राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन 

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-किसान नेताओं को जेलों में बंद कर किसानों की आवाज को दबा रही है सरकार। तैयब हुसैन 
City24News/अनिल मोहनिया

नूंह | मेवात के नौ गांवों के किसानों ने गुरुवार को नूंह लघु सचिवालय पहुंच, देश के किसानों के राष्ट्रीय नेता पीआर पांडियन के खिलाफ सरकार द्वारा झूठे व नाजायज मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल में बंद करने की बात कही। इतना ही नहीं उनकी रिहाई को लेकर किसानों ने डीसी अखिल पिलानी की मार्फत राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और केंद्र सरकार से उनके उपर जल्द से जल्द झूठे व नाजायज मुकदमें वापस लेते हुए रिहा करने की मांग की। 

इस दौरान नूंह जिले के वरिष्ठ नेता तैयब हुसैन घासेडिया के निवास स्थान पर पहुंच सभी किसानों ने कहा कि मेवात जिले के नौ गांवों के किसानों की 1600 एकड़ जमीन 2014 में हरियाणा सरकार ने अधिग्रहण की थी, जिसका मुआवजा अभी तक भी बचा हुआ है। उन्होंने कहा कि वह पिछले 22 महीने से लगातार धिरदूका गांव में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं और अपनी मांगों को मनवाने और प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलने के लिए लगातार जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों धरना प्रदर्शन पर देश के किसान नेता राकेश टिकट सहित अन्य किसान नेताओं ने मेवात पहुंचकर नूंह जिले के किसानों का समर्थन किया था और उनकी मांगों जायज बताते हुए जल्द से जल्द प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से पूरी करने की बात कही थी। इसी को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों और किसानों के बीच बैठक हुई थी, जिसमें निर्णय लिया गया था कि दिसंबर माह तक किसानों की बैठक प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से करा दी जाएगी। किसानों ने कहा कि दिसंबर माह में चंद दिन बाकी है। अगर दिसंबर माह तक जिला प्रशासन द्वारा उनकी मीटिंग प्रदेश के मुख्यमंत्री से नहीं कराई गई तो, वह राजस्थान की तरह बड़ा आंदोलन कर अपने हकों को लेने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें दिसंबर माह का इंतजार है और प्रदेश के मुख्यमंत्री से बैठक करने के लिए तैयार हैं। इस दौरान सभी किसानों ने कहा कि अगर उनकी बैठक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जिला प्रशासन कराने में नाकाम रहा तो जनवरी माह में राष्ट्रीय स्तर पर मेवात के किसान बड़ा आंदोलन करेंगे और अपनी जायज मांगे मनवाने का काम करेंगे। जिससे मेवात के किसानों की भूमि अधिग्रहण की गई जमीन का पैसा उन्हें मिल सके। 

किसानों को जेलों में बंद कर उनकी आवाज को दबा रही है सरकार। तैयब हुसैन घासेडिया 

मेवात जिले के वरिष्ठ नेता व किसानों के हमदर्द तैयब हुसैन घासेडिया ने कहा कि देश के किसानों को संघर्ष या आंदोलन करने पर सरकार उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल में डालने का काम कर रही है और किसानों की आवाज को दबाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मेवात जिले के किसानों के साथ भी हरियाणा सरकार ने ऐसा ही किया है। उन्होंने कहा कि मेवात के किसान अपनी आवाज को उठा सके और अपने हकों के लिए आंदोलन कर सकें, इसके लिए लगातार किसानों पर पुलिस बल का उपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि मेवात जिले के नौ गांवों के किसानों की मांग जायज है और सरकार को जल्द से जल्द उनकी मांगे माननी चाहिए और उनका बचा हुआ मुआवजा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेवात के किसानों की जमीन कौड़ियों के भाव खरीद कर सरकार ने बड़ी-बड़ी कंपनियों को करोड़ों रुपए में बेचने का काम किया है। जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द किसानों के साथ बैठक कर उनकी बात माननी चाहिए।

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