साइबर पुलिस ने ओएलएक्स पर क्यूआर कोड ठगी करने वाले दो शातिर अपराधियों को पकड़ा, महंगे फोन और ढेर सारी फर्जी सिम बरामद
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिले की साइबर अपराध पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए ओएलएक्स पर सामान बेचने का झांसा देकर क्यूआर कोड भेजकर लोगों को ठगने वाले दो युवा अपराधियों को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से चार महंगे मोबाइल फोन, कई फर्जी सिम कार्ड और सैकड़ों क्यूआर कोड की तस्वीरें बरामद हुई हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम वाजिब पुत्र अली मोहम्मद निवासी बुराका बस्ती ग्वारका थाना तावडू जिला नूंह और जहीरपुत्र हारून निवासी गामडी, थाना जुरहेड़ा जिला डीग राजस्थान हैं।
साइबर पुलिस को सूचना मिली थी कि राजस्थान के हनुमानगढ़ में दर्ज एक ठगी के मामले में इस्तेमाल हुआ मोबाइल नंबर नूंह क्षेत्र में सक्रिय है। इसी सूचना के आधार पर उप निरीक्षक कृष्ण कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम तीन दिसंबर की रात तावडू रेलवे पुल के पास गश्त कर रही थी। तभी उक्त नंबर की स्थान-निशानदेही पर दो युवक पुलिस को देखते ही तेजी से भागने लगे। पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।
जिनकी तलाशी लेने पर दोनो से चार मोबाइल फोन बरामद हुए। इन फोनों में दर्जनों फर्जी सिम कार्ड लगी हुई थीं और व्हाट्सएप्प व्यापार खाते ऑल इंडिया शॉप, राजेश कुमार, एमडी खान, डॉक्टर, सपना और यहाँ तक कि गुजरात पुलिस जैसे नामों से चल रहे थे। गूगल पे भी इन्हीं फर्जी नामों से जुड़े हुए मिले। दोनों फोनों की गैलरी में सैकड़ों क्यूआर कोड की तस्वीरें भरी पड़ी थीं।पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि वे ओएलएक्स पर सामान बेचने का विज्ञापन देकर लोगों से क्यूआर कोड स्कैन करवाते थे और इस तरह उनके खातों से पैसे निकाल लेते थे। दोनों अभियुक्तों को गुरुवार को न्यायालय में पेश करके चौदह दिन के न्यायिक रिमांड की माँग की है ताकि अन्य साथी अपराधियों की तलाश, बैंक लेन-देन का विवरण और अन्य तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा सकें। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऑनलाइन किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन करने से पहले पूरी सावधानी बरतें और कभी भी बिना पुष्टि के भुगतान न करें।
