यूनिवर्सिटी, रेल और रोजगार देने वाले को दीजिए वोट
-मेवात को 70 सालों तक विकास से रखा गया वंचित
-मेवात के पांच नेता बने थे मंत्री, फिर भी नहीं आ सकी यूनिवर्सिटी
-पूर्व विधायक रहीस खान और कई हस्तियां पदयात्रा में शामिल
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | वंदे सरदार एकता पदयात्रा मंगलवार को अपने छठे दिन पुन्हाना शहर से शुरू होकर घीड़ा मोड़, गांव सिंगार, तिरवाड़ा, पटपड़ बास, गोधौला, गोधौली, तुसैनी, टुडलका होकर लुहिंगा कलां पहुंची। रास्ते में लोगों ने फूलमालाओं से तिरंगा लहराकर स्वागत किया। इस दौरान जनसहभागिता बढ़ने से यात्रा का संदेश और मजबूत हुआ। पदयात्रा में पुन्हाना के पूर्व निर्दलीय विधायक चौधरी रहीसा खान भी शामिल हुए। पूर्व मंत्री चौधरी आजाद मोहम्मद समेत हरियाणा की कई जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी ने कार्यक्रम को विशेष महत्व दिया। सीएम मीडिया सलाहकार मुकेश वशिष्ठ ने मौजूद लोगों से संवाद करते हुए मेवात की विकास आवश्यकताओं पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मेवात की भावनाएं, देशभक्ति और भाईचारा पूरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय हैं, और अब जरूरत इस भावना को विकास के ठोस अवसरों में बदलने की है।
वशिष्ठ ने कहा कि शिक्षा व उच्च शिक्षा के अवसर मेवात का सबसे बड़ा मुद्दा हैं। उन्होंने बताया कि जब आसपास के जिलों में कॉलेज, विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षा संस्थान स्थापित हुए, वहीं मेवात आज भी यूनिवर्सिटी जैसी बुनियादी संस्थान की प्रतीक्षा में है। रोजगार और उद्योगों की कमी के कारण युवाओं को बाहर कम वेतन वाली नौकरियों में जाना पड़ता है, इसलिए मेवात में उद्योगों की स्थापना प्राथमिकता होनी चाहिए।
यात्रा में आए उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने भी क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए रुचि दिखाई। वशिष्ठ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कई उद्योगपतियों ने मेवात आने के बाद यहां के भाईचारे, सद्भाव और परंपराओं की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मेवात की सकारात्मक छवि को बाहर तक पहुंचाना जरूरी है, जिससे यहां निवेश के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं के लिए रोजगार का मार्ग खुलेगा।
पदयात्रा के दौरान कई गांवों में लोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल और रोजगार से जुड़े मुद्दे रखे। वशिष्ठ ने कहा कि जनता की यह आवाज आगे की नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने अपील की कि लोग वोट डालते समय उन मुद्दों को प्राथमिकता दें जो उनके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाते हैं, जैसे कॉलेज, यूनिवर्सिटी और रोजगार के अवसर।
उन्होंने यह भी बताया कि मेवात के युवाओं का एक प्रतिनिधि मंडल आगामी वर्ष मार्च में दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगा और क्षेत्र के विकास के लिए रेल, यूनिवर्सिटी और औद्योगिक योजनाओं से जुड़े प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा।
पदयात्रा के दौरान एकता, सद्भाव और मेवात की साझा विरासत का संदेश बार-बार दोहराया गया। कई गांवों में स्थानीय समुदायों ने मुस्जिद और मंदिर दोनों स्थानों पर सहयोग की परंपरा का उदाहरण प्रस्तुत किया। वशिष्ठ ने कहा कि यही मेवात की पहचान है, जिसे देश भर में सामने लाना जरूरी है।
छठे दिन की यह पदयात्रा जनसहभागिता, विकास की उम्मीदों और भाईचारे के संदेश के साथ लुहिंगा कलां पहुंचकर समाप्त हुई, जहां लोगों ने अगले चरणों के लिए भी उत्साहपूर्ण समर्थन जताया।
